

चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुई भगदड़ के बाद अब सवाल उठ रहा है कि इन 11 मौतों के लिए कौन जिम्मेदार है और पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए।
चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ (सोर्स-इंटरनेट)
बेंगलुरु: पंजाब और बेंगलुरु के बीच हुए रोमांचक क्रिकेट मैच के बाद बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम में विक्ट्री परेड का आयोजन किया गया था। इस खुशी के मौके पर लाखों फैंस जीत का जश्न मनाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन स्टेडियम के बाहर अचानक भीड़ बढ़ने से भगदड़ मच गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनूसार, इस भगदड़ में 11 लोगों की दुखद मौत हो गई और 47 लोग घायल हो गए। घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि जब प्रशासन को यह पहले से जानकारी थी कि इतनी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो सकते हैं, तो सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं किए गए? अगर समय रहते पुलिस और प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित किया होता, तो इन लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
अगर पुलिस और प्रशासन द्वारा समय रहते लोगों की भीड़ पर काबू पा लिया जाता तो 11 लोग काल के गाल में नहीं समाते।
पुलिस ने नहीं दी बाहर जाने की अनुमति
बेंगलुरु में चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मौजूद आरसीबी फैन ने बताया कि अंदर मैच के दौरान सीटें पूरी तरह से भरी हुई थीं और पुलिस ने उन्हें स्टेडियम में घुसने की अनुमति नहीं दी। फैन का कहना था, "हम वापस जाना चाहते हैं, लेकिन हमें वापस जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी। गेट पर भारी भीड़ जमा हो गई थी और अगर गेट खोलते भी तो लोग अंदर आ जाते, जिससे भगदड़ मच गई। इस दौरान कई लोग घायल भी हुए हैं।"
कांग्रेस सरकार को ठहराया जिम्मेदार
बेंगलुरु के चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुए दर्दनाक भगदड़ हादसे पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई, जिसमें अब यह रिपोर्ट किया जा रहा है कि कई लोगों की जान चली गई। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पूरी तरह से इसके लिए जिम्मेदार है। यह एक राज्य प्रायोजित हत्या है।"
पूनावाला ने इस हादसे को प्रशासन की लापरवाही का परिणाम बताया और कर्नाटक सरकार की सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठाए। उनका कहना था कि जब इतनी बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने की संभावना थी, तो राज्य सरकार ने सुरक्षा इंतजामों की सही तरीके से योजना नहीं बनाई, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
जिम्मेदार कौन?
जीत के जश्न में मस्त प्रशासन और खिलाड़ी अंदर जीत का जश्न मनाते रहे और भगदड़ में बाहर लोग मरते रहे सबसे बड़ा सवाल है कि इन मौतो का जिम्मेदार कौन है।