

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गाज़ा शांति योजना के पहले चरण ने सकारात्मक नतीजे दिखाने शुरू कर दिए हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर बधाई दी और कहा कि आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है।
PM मोदी ने फिर थपथपाई ट्रंप की पीठ
New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश की गई गाज़ा शांति योजना अब सकारात्मक परिणाम देने लगी है। इस योजना का पहला चरण जिसमें गाज़ा में संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई का समझौता शामिल था, सफल रहा है। दुनिया भर में इस पहल को सराहा जा रहा है।
इस महत्वपूर्ण विकास के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को फोन कर बधाई दी। फोन कॉल उस समय हुआ जब नेतन्याहू गाज़ा संघर्षविराम और बंधक रिहाई पर चल रही सुरक्षा कैबिनेट बैठक में मौजूद थे।
नेतन्याहू ने बैठक को रोककर पीएम मोदी से बात की, जो दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती और भारत-इज़राइल संबंधों की मजबूती को दर्शाता है।
Spoke to my friend, President Trump and congratulated him on the success of the historic Gaza peace plan. Also reviewed the good progress achieved in trade negotiations. Agreed to stay in close touch over the coming weeks. @POTUS @realDonaldTrump
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,'अपने मित्र प्रधानमंत्री नेतन्याहू को राष्ट्रपति ट्रंप की गाज़ा शांति योजना के तहत हुई प्रगति पर बधाई दी। हम बंधकों की रिहाई और गाज़ा के लोगों के लिए मानवीय सहायता में वृद्धि के फैसले का स्वागत करते हैं। आतंकवाद किसी भी रूप में अस्वीकार्य है।' मोदी ने आगे कहा कि नेतन्याहू भारत के सच्चे मित्र हैं और यह मित्रता भविष्य में और मजबूत होगी।
Called my friend, Prime Minister Netanyahu, to congratulate him on the progress made under President Trump’s Gaza peace plan. We welcome the agreement on the release of hostages and enhanced humanitarian assistance to the people of Gaza. Reaffirmed that terrorism in any form or…
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2025
इज़राइल के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने एक बयान में कहा कि नेतन्याहू ने मोदी का आभार जताया और दोनों नेताओं ने करीबी सहयोग जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। पीएम मोदी ने नेतन्याहू के नेतृत्व की प्रशंसा की और राष्ट्रपति ट्रंप के प्रयासों की सराहना की।
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पेश की गई 20 सूत्रीय गाज़ा शांति योजना का पहला चरण संघर्षविराम और बंधकों की रिहाई पर केंद्रित है। इस समझौते पर बातचीत काहिरा में हुई, जिसमें अमेरिका, इज़राइल, मिस्र और क़तर के अधिकारी शामिल थे।
योजना के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच भरोसा बहाल करने और मानवीय सहायता को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं।
भारत ने हमेशा शांति और आतंकवाद के खिलाफ स्पष्ट रुख अपनाया है। प्रधानमंत्री मोदी की यह बातचीत न केवल गाज़ा संकट पर भारत के संतुलित दृष्टिकोण को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि भारत वैश्विक मंच पर मानवीय दृष्टिकोण से शांति बहाल करने का समर्थक है।
यह संवाद भारत, अमेरिका और इज़राइल के बीच त्रिपक्षीय संबंधों को और मजबूत करता है। साथ ही यह संकेत देता है कि भारत मध्य-पूर्व में स्थायी शांति स्थापित करने के प्रयासों का समर्थक है।
पीएम मोदी ने इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी बात की और उन्हें “ऐतिहासिक गाज़ा शांति योजना” की सफलता पर बधाई दी। दोनों नेताओं ने व्यापार वार्ताओं की प्रगति पर भी चर्चा की और आने वाले हफ्तों में संपर्क बनाए रखने पर सहमति जताई।