हिंदी
दक्षिणी जापान के टोकारा द्वीप पर बीते दो हफ्तों में 900 से अधिक भूकंप दर्ज किए गए हैं, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं। विशेषज्ञों और भविष्यवाणियों के अनुसार, आने वाले दिनों में एक बड़ा महाभूकंप और सुनामी की आशंका जताई जा रही है। जापान सरकार ने आपदा प्रबंधन योजना को अपडेट कर लिया है।
टोकारा में भूकंप (सोर्स-गूगल)
Tokara: दक्षिणी जापान के टोकारा द्वीप पर पिछले दो हफ्तों से लगातार भूकंपों की झड़ी लगी हुई है। अब तक 900 से अधिक भूकंप दर्ज किए जा चुके हैं, जिनमें से कुछ की तीव्रता 5.5 तक पहुंच गई। यह स्थिति न केवल स्थानीय निवासियों में डर और घबराहट पैदा कर रही है, बल्कि विशेषज्ञों को भी चिंता में डाल रही है। भूकंपों की इस असामान्य आवृत्ति ने टोकारा को जापान के सबसे संवेदनशील इलाकों में ला खड़ा किया है।
टोकारा में 1500 से अधिक भूकंप
टोकारा द्वीप, जो कि एक सुदूर और कम आबादी वाला क्षेत्र है, प्रशांत महासागर के "रिंग ऑफ फायर" पर स्थित है। यह इलाका टेक्टोनिक प्लेट्स के मिलन स्थल पर है, जहां पर सालाना औसतन 1500 से अधिक भूकंप आते हैं। लेकिन हाल की घटनाएं असामान्य मानी जा रही हैं।
जापान की बाबा वेंगा की भविष्यवाणी
जापान की प्रसिद्ध मंगा आर्टिस्ट रियो तात्सुकी, जिन्हें "जापान की बाबा वेंगा" कहा जाता है, उन्होंने पहले ही भविष्यवाणी की थी कि 5 जुलाई 2025 को जापान में एक भीषण आपदा और सुनामी आ सकती है। इस भविष्यवाणी ने लोगों के डर को और गहरा कर दिया है।
हालांकि, टोकारा में अब तक किसी बड़े नुकसान या जानमाल की हानि की खबर नहीं आई है, और सुनामी की कोई आधिकारिक चेतावनी जारी नहीं की गई है। फिर भी, स्थानीय प्रशासन ने एहतियातन सभी निवासियों को सचेत कर दिया है और निकासी की स्थिति में तैयार रहने को कहा है।
स्थानीय निवासी इस समय मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। 54 वर्षीय चिजुको अरीकावा ने कहा, "हर कोई थक चुका है, हम बस चाहते हैं कि यह सब रुक जाए।" वहीं, निवासियों के संघ के प्रमुख इसामु सकामोटो ने बताया कि अब उन्हें हर समय जमीन हिलती हुई महसूस होती है, चाहे भूकंप आ रहा हो या नहीं।
भूकंपीय खतरे
जापान सरकार ने बढ़ते भूकंपीय खतरे को देखते हुए अपनी पुरानी 2014 की आपदा तैयारी योजना को अपडेट कर लिया है। नई योजना में तटीय क्षेत्रों में मजबूत तटबंधों, सुरक्षित निकासी भवनों और नियमित आपदा अभ्यासों की सिफारिश की गई है। सरकारी पैनल की रिपोर्ट के अनुसार, अगले 30 वर्षों में जापान में 7 या उससे अधिक तीव्रता का महाभूकंप आने की संभावना अब 82% तक बढ़ गई है।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस संभावित महाभूकंप और उससे जुड़ी सुनामी से करीब 3 लाख लोगों की जान जा सकती है और 2 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक का आर्थिक नुकसान हो सकता है।