

अलास्का में बुधवार को 7.3 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे कई इलाकों में सुनामी का खतरा मंडरा रहा है। भूकंप के झटकों से लोग दहशत में हैं और प्रशासन ने तटीय इलाकों को खाली करने की सलाह दी है। इसके बाद, सुनामी की चेतावनी जारी की गई है और लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
अलास्का भूकंप (सोर्स-गूगल)
New Delhi: अमेरिका के अलास्का राज्य में बुधवार दोपहर एक तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.3 दर्ज की गई और यह भूकंप सैंड पॉइंट के पास करीब 87 किलोमीटर दक्षिण में आया। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी भी जारी कर दी गई, जिससे क्षेत्र के करीब 7.5 लाख लोग प्रभावित हो सकते हैं।
तटीय इलाकों में अलर्ट जारी
भूकंप के बाद स्थानीय प्रशासन ने तटीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अलर्ट जारी किया। प्रशासन ने तटीय क्षेत्र के करीब 4,100 मछुआरों को घरों से बाहर जाने की सलाह दी है, जबकि किंग कोव में रहने वाले लगभग 870 लोगों को भी तटीय इलाकों से बाहर जाने की चेतावनी दी गई है। इस भूकंप के कारण समुद्री क्षेत्रों में रहने वाले मछुआरे और नागरिक भी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
अलास्का भूकंप के लिहाज से एक संवेदनशील क्षेत्र है। 1964 में इस राज्य में 9.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जो अब तक का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जाता है। इसके बाद से इस क्षेत्र में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, लेकिन इस बार की तीव्रता काफी अधिक थी।
अलास्का में भूकंप के बाद की स्थिति (सोर्स-गूगल)
राहत कार्य शुरू कर दिए हैं
अलास्का में भूकंप के बाद, प्रशासन ने तटीय क्षेत्रों से निकलने की अपील की है। साथ ही समुद्री इलाकों में रहने वालों को उच्चतर स्थानों की ओर जाने का सुझाव दिया गया है। सरकार ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिए हैं और इलाके की स्थिति की निगरानी की जा रही है। हालांकि, भूकंप के कारण कितना नुकसान हुआ है, इस बारे में अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है।
कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए
अमेरिका में पिछले दो महीनों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 16 जुलाई को टेक्सास राज्य में 1.8 की तीव्रता का भूकंप आया था। वहीं, 23 जून को डेनाली बरो, एंकरेज और अलास्का में भी 4.0 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया था। अलास्का के इस हालिया भूकंप ने फिर से लोगों में भूकंप और सुनामी के खतरे को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि अलास्का में भूकंप का खतरा हमेशा बना रहता है, क्योंकि यह क्षेत्र पैसिफिक रिंग ऑफ फायर में स्थित है। इस क्षेत्र में लगातार भूकंप, ज्वालामुखी गतिविधियां और सुनामी की घटनाएं होती रहती हैं, जो इसको प्राकृतिक आपदाओं के लिहाज से संवेदनशील बना देती हैं।