

हरियाणवी डांसर सपना चौधरी की जिंदगी पर बन रही फिल्म “मैडम सपना” का ट्रेलर आ गया है। संघर्ष, विवाद और प्यार के सफर को दर्शाती इस फिल्म में सपना ने अपने जीवन के दर्द, संघर्ष और प्रेरणादायक अनुभवों को साझा किया। पढ़िए पूरी खबर और जानिए सपना की कहानी, जो हर किसी के लिए प्रेरणा बन सकती है।
हरियाणवी डांसर और सिंगर सपना चौधरी
New Delhi: हरियाणवी डांसर और सिंगर सपना चौधरी की जिंदगी पर आधारित फिल्म "मैडम सपना" बनने जा रही है। जिसे मशहूर फिल्म निर्माता महेश भट्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। यह फिल्म सपना की जिंदगी के संघर्ष, विवादों, प्रेम और सपनों का जीवंत चित्रण करेगी। इस खबर में हम आपको फिल्म की बात के साथ-साथ सपना की अपनी जुबानी उनके जीवन के दर्द, संघर्ष और प्रेरणादायक अनुभवों का विस्तार से परिचय कराएंगे।
फिल्म "मैडम सपना" का चर्चा में आना
सपना चौधरी की जिंदगी पर बन रही यह फिल्म बहुत चर्चा में है। फिल्म में उनके जीवन के सभी पहलुओं को दिखाया जाएगा। सपना ने खुद इस फिल्म के बारे में बात की। जहां उन्होंने अपने जीवन के संघर्षों और हिम्मत का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि उनकी जिंदगी में संघर्ष, गंदी नजर, आलोचनाएं और प्रेम का मिश्रण है। जो उन्हें आज "मैडम सपना" बनाने तक ले आया है।
सपना का जीवन संघर्ष से भरा
फरीदून शहरयार के साथ बातचीत में सपना ने अपने जीवन के उन पल को साझा किया, जब वह अपने संघर्ष और दर्द से जूझ रही थीं। उन्होंने कहा, "संघर्ष से भरा, गंदी आंखों-बातों से भरा, प्रेम से भरा। स्ट्रगल और रिस्पेक्ट, शायद आज जो मैं कैरी करती हूं। सपना से लेकर मैडम सपना तक का सफर हर इमोशन कैरी करता है। मैं इमोशनली टूटी भी हूं, जुड़ी भी हूं। लोगों की सुनी भी है, सब देखा है। बहुत इमोशन है मेरे सफर में।"
आत्महत्या का कदम क्यों उठाया
सपना ने अपने जीवन में आए उस कठिन दौर का भी जिक्र किया, जब उन्होंने आत्महत्या करने का कदम उठाया था। उन्होंने बताया कि उस वक्त वह बहुत छोटी थीं और लोगों की बातों तथा उनके पीछे छुपे मकसद को समझ नहीं पाई थीं। सपना ने कहा, "2016 या 17 की बात है। मैंने एक रागिनी गाई थी। मैं बहुत पढ़ी-लिखी नहीं थी, मेरी दुनिया स्टेज से घर आकर सो जाना तक सीमित थी। मुझे कानून के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी। मुझे लगता था कि जात-पात का कोई फर्क नहीं है। आर्टिस्ट के रूप में मुझे बहुत प्यार भी मिलता था, लेकिन मेरी छोटी-सी गलती को लेकर लोगों का रवैया बदल गया।"
अस्पताल में 7 दिन तक बैठा रहा एक लड़का
"लोगों ने मुझे गालियां दीं, उल्टा-सीधा कहा और मेरे कैरेक्टर पर सवाल उठाए। जब मुझे इज्जत नहीं मिलेगी तो बुरा लगेगा। उस समय मैं बच्ची थी, और इन बातों का असर बहुत गहरा था। मैं इन कमेंट्स को सह नहीं पाई, तो मैंने जहर खा लिया। 7 दिन अस्पताल में बेहोश रही, लेकिन जब मैं उठी तो देखा कि कुछ लोग अभी भी मुझे प्यार करते हैं।"
उस हादसे का बाद का असर
सपना का यह दर्दनाक अनुभव उनके जीवन में एक बड़ा मोड़ था। उस घटना के बाद उन्हें एहसास हुआ कि जीवन में संघर्ष और प्यार दोनों जरूरी हैं। सपना ने कहा कि उस हादसे ने उन्हें जीने की नई प्रेरणा दी। आपको बता दें कि सपना की यह आत्महत्या की कोशिश गूड़गांव में एक परफॉर्मेंस के बाद हुई थी। उस समय उनके एक गाने को लेकर विवाद हो गया था, जिसमें आरोप लगे थे कि उनका गाना जातिवाद को बढ़ावा दे रहा है। इसके चलते उनके खिलाफ मामला दर्ज हुआ। इस विवाद के बीच डर के मारे सपना ने जहर खा लिया था और सोशल मीडिया पर उनका लिखा सुसाइड नोट भी वायरल हुआ था।।