

कॉमेडियन कपिल शर्मा के कैफे पर कनाडा में हुई फायरिंग ने उनके फैंस को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले में किसी के घायल होने की खबर नहीं है, लेकिन कर्मचारी सदमे में हैं। कैफे की टीम ने एक मजबूत और भावुक बयान जारी कर हिंसा के आगे झुकने से इनकार किया है।
कपिल शर्मा (सोर्स-गूगल)
New Delhi: कॉमेडी किंग कपिल शर्मा के लिए बीता दिन किसी बुरे सपने जैसा रहा। कनाडा के एक शहर में उनके हाल ही में शुरू हुए ‘कैप्स कैफे’ (Kap’s Cafe) पर गुरुवार तड़के एक अज्ञात हमलावर ने लगातार नौ राउंड फायरिंग कर दी। यह घटना कैफे के बाहर खड़ी एक कार से अंजाम दी गई, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, इस हमले में किसी के घायल होने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कैफे के स्टाफ और आसपास के लोगों में जबरदस्त डर और तनाव का माहौल है।
सपनों को गोलियों से छलनी किया गया
कैफे की टीम ने इस खौफनाक हमले के बाद इंस्टाग्राम पर एक भावुक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने अपने डर, दर्द और हौसले को शब्दों में ढाला। पोस्ट में लिखा गया, 'हमने इस कैफे को सिर्फ एक बिजनेस नहीं, बल्कि एक सपना समझकर बनाया था। यह एक ऐसा कोना था जहां लोग कॉफी, बातचीत और शांति का अनुभव करें। लेकिन गोलियों की आवाज ने हमारे उस सपने को चीर दिया। हम टूटे जरूर हैं, पर हारे नहीं हैं।'
टीम बनी अडिग (सोर्स-गूगल)
फैंस और कम्युनिटी का मिला समर्थन
इस हमले के बाद सोशल मीडिया पर कपिल शर्मा और उनके कैफे के समर्थन में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। फैंस के साथ-साथ कनाडा में रहने वाले भारतीय समुदाय ने भी कैफे के लिए सहानुभूति और समर्थन जताया है। टीम ने कहा कि आपके संदेश, दुआएं और प्रार्थनाएं हमें हिम्मत दे रही हैं। आपने जिस विश्वास के साथ हमारे इस सफर की शुरुआत का हिस्सा बना, वही भरोसा अब हमें आगे बढ़ने की ताकत दे रहा है।”
हमले के पीछे खालिस्तानी लिंक की आशंका
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल के आसपास लगे CCTV कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। शुरुआती जांच में इस फायरिंग के पीछे खालिस्तानी आतंकी संगठनों के हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
टीम ने की एकजुटता की अपील
कैफे की टीम ने हिंसा के खिलाफ आवाज उठाते हुए अपने संदेश में आगे लिखा अब समय है कि हम सभी इस तरह की नफरत और हिंसा के खिलाफ एकजुट हों। आइए, हम ‘कैप्स कैफे’ को फिर से एक सुरक्षित, खुशहाल और सकारात्मक जगह बनाएं।