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बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि “बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे”, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तीखा पलटवार किया है।
अमित शाह को तेजस्वी की चुनौती (फोटो- सोर्स गूगल)
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच राजनीतिक बयानबाज़ी तेज हो गई है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान पर, जिसमें उन्होंने कहा था कि “बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही रहेंगे”, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने तीखा पलटवार किया है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बीजेपी बिहार में उद्योग लगाना नहीं चाहती क्योंकि यहां भूमि की कमी का बहाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “इनको केवल गुजरात में फैक्ट्री लगानी है और बिहार से सिर्फ वोट लेना है। इस बार बिहार की जनता इनको सबक सिखाएगी। ये लोग बिहार को केवल कब्जाना और हथियाना चाहते हैं।” तेजस्वी ने आगे कहा, “इस बार बिहार की जनता बिहार का लाल ही चलाएगी, न कि कोई बाहरी। अगर ये लोग दोबारा आए तो बिहार और पीछे चला जाएगा।”
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राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री महिला उद्यमी योजना के तहत महिलाओं के खातों में ₹10,000 भेजे जाने को लेकर तेजस्वी यादव ने सरकार पर चुनावी रिश्वत देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा,“सरकार खुलेआम महिलाओं को रिश्वत दे रही है। यह पैसा उधार है और बाद में ब्याज समेत वसूला जाएगा। चुनाव आयोग कैसे अनुमति दे सकता है कि चुनाव के बीच में पैसे बांटे जाएं?”
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि चुनाव शुरू होने के बाद भी 24 और 29 तारीख को 10 लाख से अधिक महिलाओं के खातों में राशि ट्रांसफर की गई, जो चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है।
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग क्या कर रहा है, यह देश की जनता देख रही है। विपक्ष की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही। आयोग सत्तापक्ष के लिए काम कर रहा है।”
बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए और महागठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज है। अमित शाह के बयान के बाद राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है। वहीं, विपक्ष इसे जनता को भ्रमित करने की कोशिश बता रहा है। तेजस्वी यादव का कहना है कि यह चुनाव “बिहार के स्वाभिमान और विकास की दिशा तय करेगा।”