Site icon Hindi Dynamite News

बिजली विभाग की लापरवाही परिवार को पड़ी भारी, मची चीख-पुकार, पढ़ें पूरी खबर

कानपुर के गुजैनी इलाके में हुई यह घटना बिजली विभाग की लापरवाही का परिणाम है। जिससे एक परिवार को भारी नुकसान उठाना पड़ा। चार लोग गंभीर रूप से झुलस गए।
Post Published By: Asmita Patel
Published:
बिजली विभाग की लापरवाही परिवार को पड़ी भारी, मची चीख-पुकार, पढ़ें पूरी खबर

Kanpur News: कानपुर के गुजैनी थाना क्षेत्र के बर्रा 8 इलाके में बिजली विभाग की लापरवाही के कारण एक परिवार के चार लोग करंट की चपेट में आ गए। यह घटना घर के बाहर पड़े खुले बिजली के तार से हुई।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, जिससे परिवार के दम्पति और उनके दो बच्चे गंभीर रूप से झुलस गए। यह हादसा गुरुवार शाम को हुआ, जब परिवार के सदस्य घर के बाहर आंगन में काम कर रहे थे।

क्या था कारण?

घटना के मुताबिक, बिजली विभाग द्वारा घर के बाहर का बिजली तार खुला छोड़ दिया गया था, जो किसी कारणवश लुड़ककर जमीन से छूने लगा था। जैसे ही परिवार के सदस्य उस स्थान से गुजर रहे थे, उनका संपर्क बिजली के खुले तार से हो गया और देखते ही देखते चारों लोग करंट की चपेट में आ गए। यह तार न केवल परिवार के लिए बल्कि आस-पास के लोगों के लिए भी खतरा बना हुआ था, लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से इस पर ध्यान नहीं दिया गया था।

घायलों की स्थिति

हादसे में झुलसे चारों लोग दंपति और उनके दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। झुलसे हुए परिवार को तत्काल पास के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां उनकी हालत की जांच की गई और इलाज शुरू किया गया। अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, परिवार के सभी सदस्य अब खतरे से बाहर हैं, लेकिन उन्हें उपचार की आवश्यकता बनी हुई है।

बिजली विभाग की लापरवाही पर सवाल

यह घटना बिजली विभाग की बड़ी लापरवाही को उजागर करती है। बिजली के खुले तारों की स्थिति को लेकर विभाग की कार्यशैली पर सवाल खड़ा हो रहा है। घर के बाहर खुले बिजली के तार से हादसा हो जाना कोई नई बात नहीं है, लेकिन अधिकारियों ने इस खतरे को समय पर ठीक नहीं किया। इस घटना से यह साफ होता है कि बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण आम नागरिकों की जान जोखिम में पड़ रही है।

स्थानीय लोगों की नाराजगी

घटना के बाद स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी देखने को मिली। लोग आरोप लगा रहे हैं कि बिजली विभाग अपने काम को लापरवाही से करता है, और सुरक्षा मानकों को नजरअंदाज करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह के खुले तारों को समय रहते ठीक किया जाता, तो यह हादसा नहीं होता।

Exit mobile version