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जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार रात को भीषण धमाका हो गया। यह जोरदार धमाका दक्षिण श्रीनगर के नौगाम पुलिस स्टेशन के बाहर हुआ है। जहां सुरक्षा व्यवस्था हमेशा कड़ी रहती है। धमाके के बाद आसपास के क्षेत्रों में अफरातफरी मच गई ।इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में धमाका
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार रात करीब 11.20 बजे भीषण धमाका हो गया जिसमें 4 लोगों की मौत और करीब 27 लोग घायल हो गए। घायलों को उजाला सिग्नस, SMHS और 92 बेस अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। इस धमाके में कई लोगों की मौत की आशंका जताई जा रही है। घायलों में अधिकांश पुलिसकर्मी हैं।
धमाका इतनी तेज था कि इसकी आवाज नाैगाम ही नहीं, छानपोरा, सनतनगर, रावलपोरा और पंथा चाैक क्षेत्र में सुनाई दी। एक दर्जन से अधिक वाहनों में आग लग गई। धमाके से आसपास के घरों को भी भारी नुकसान हुआ है। घरों की खिड़कियां टूट गई हैं।
नौगाम पुलिस स्टेशन के अंदर भीषण धमाका
जानकारी के अनुसार यह विस्फोट उसी आतंकी मॉड्यूल से बरामद विस्फोटक सामग्री के कारण हुआ है, जिसे नौगाम पुलिस ने हाल ही में पकड़ा था। इसी आतंकी मॉड्यूल ने दिल्ली लाल किला के पास धमाका किया था। जम्मू-कश्मीर पुलिस का कहना है कि फोरेंसिक टीम जब्त किए गए अमोनियम नाइट्रेट की पड़ताल के लिए पहुंची थी। फिलहाल अधिकारी इसे आतंकवादी हमला नहीं, बल्कि एक दुर्घटना बता रहे हैं।
पुलिस अधिकारियों ने पुष्टि की है कि यह कोई आतंकवादी हमला नहीं, बल्कि आकस्मिक विस्फोट था। यह घटना रूटीन निरीक्षण और फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (FSL) की टीम, स्थानीय पुलिस कर्मियों और एक तहसीलदार (राजस्व अधिकारी) की सहभागिता वाली सैंपलिंग प्रक्रिया के दौरान हुई थी।
धमाके के बाद पुलिस के कई वाहन आग में जलकर राख हो गए, और मलबा दूर दूर तक फैला गया। विस्फोट से उठी गाढ़ी धुएँ की लहर ने आसपास के घरों और इमारतों की खिड़कियों को तोड़ दिया, जिसमें पड़ोसी क्षेत्र जैसे रावलपोरा भी शामिल हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके बाद भीषण आग लग गई। इसकी लपटें दूर तक दिखाई दीं। पुलिस स्टेशन और आसपास के इमारतों की खिड़कियां टूट गईं। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां माैके पर पहुंच गई हैं। चारों ओर अफरा-तफरी जैसी स्थिति बनी हुई है। किसी को धमाके के स्थल की ओर जाने नहीं दिया गया।
मौके पर पहुंचती फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस की गाड़ी
बता दें कि यही पुलिस स्टेशन है, जिसकी जांच में जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद (एजेएयूएच) के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ था। पुलिस थाने के एसएचओ के जांच में ही दो ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) की गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद में 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।
घायलों का अस्पताल में इलाज होते हुए
गौरतलब है कि लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर-1 के पास 10 नवंबर शाम करीब 6.52 बजे सफेद i20 कार में ब्लास्ट हुआ था। इसमें 13 लोगों की मौत हुई। जबकि 20 लोग घायल हैं, जिनमें से तीन की हालत नाजुक है। केंद्र सरकार ने दिल्ली ब्लास्ट को आतंकी हमला माना है। बुधवार को केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में लाल किला के पास हुए टेरर अटैक पर प्रस्ताव पारित किया गया।
नौगाम में रात में हुआ बड़ा धमाका
नौगाम पुलिस स्टेशन सुरक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण स्थान है, क्योंकि इसी पुलिस स्टेशन में इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल मामले की पहली FIR दर्ज की गई थी, जिसकी जांच वर्तमान में चल रही है। ऐसे में, इस धमाके को जांच से जुड़े किसी बदले की कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है. फिलहाल, इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और बचाव तथा राहत कार्य जारी है।