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गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में 25 जुलाई की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक व्यक्ति के अपहरण की सूचना सामने आई। लेकिन गोरखपुर पुलिस की तत्परता से महज कुछ घंटों में न केवल अपहृत को सकुशल बरामद कर लिया गया, बल्कि फिरौती की मांग करने वाले तीन कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार भी कर लिया गया।
गोरखपुर में अपहरण का सनसनीखेज मामला
Gorakhpur: गोरखपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र में 25 जुलाई की सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया जब एक व्यक्ति के अपहरण की सूचना सामने आई। लेकिन गोरखपुर पुलिस की तत्परता से महज कुछ घंटों में न केवल अपहृत को सकुशल बरामद कर लिया गया, बल्कि फिरौती की मांग करने वाले तीन कुख्यात अपराधियों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार भी कर लिया गया।
डाइनामाइट न्यूज़ के अनुसार, अपहरण की यह सनसनीखेज वारदात सुबह 5:00 से 8:30 बजे के बीच हुई जब पीड़ित व्यक्ति टहलने निकला था। तभी आरोपियों ने उसे अगवा कर लिया और परिजनों से 1 करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की। पीड़ित के साढ़ू की तहरीर पर शाहपुर थाने में एफआईआर संख्या 358/2025 धारा 140(2) BNS के तहत मुकदमा दर्ज किया गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर तुरंत विशेष ऑपरेशन शुरू किया गया, जिसमें पुलिस अधीक्षक (नगर), सीओ गोरखनाथ और शाहपुर थाने की संयुक्त टीम के साथ एसओजी, स्वाट और सर्विलांस सेल को लगाया गया। मुठभेड़ के दौरान तीन अभियुक्त श्याम सुंदर उर्फ गुड्डू यादव, जनार्दन गौड़ और करुणेश कुमार दूबे को दबोच लिया गया। मुठभेड़ में गुड्डू और करुणेश के पैरों में गोली लगी, जिनका इलाज चल रहा है।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि अपहरण में कुल सात अपराधी शामिल थे। चार अन्य—कमालुद्दीन, प्रीतम कुमार, शेरू सिंह और अंश—फरार हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगातार छापेमारी कर रही हैं।
बरामद सामानों में एक मोबाइल फोन, एक चार पहिया वाहन, एक देशी तमंचा (.315 बोर) और दो जिंदा कारतूस शामिल हैं। इसी आधार पर मुकदमे में आर्म्स एक्ट की धारा 3/25 भी जोड़ी गई है।
इस ऑपरेशन को प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार राय की अगुवाई में अंजाम दिया गया। स्थानीय लोगों ने पुलिस की तेज कार्रवाई और सजगता की सराहना की है। यह ऑपरेशन गोरखपुर पुलिस की अपराध पर कड़ी पकड़ और जन सुरक्षा के प्रति गंभीरता का प्रमाण है।