

जिले में हुए कथावाचक विवाद के बाद अब इस मामले में पुलिस ने सख्त रूख अपना लिया है। आरोपियों पर अब पुलिस कड़ी कर्रवाई करने के मूड में है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कथावाचक विवाद मामले में नया अपडेट
इटावा: जिले के दांदरपुर गांव में 21 जून को धार्मिक कथा वाचन के लिए आए कथावाचक मुकट मणि और संत सिंह के साथ स्थानीय ग्रामीणों ने जाति छिपाने का आरोप लगाकर मारपीट की। घटना के दौरान एक कथावाचक का सिर जबरन मूंड दिया गया जबकि दूसरे की चोटी काट दी गई। इस अपमानजनक घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए दो नामजद और 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
कथावाचकों पर भी दर्ज हुआ मामला
घटना के अगले दिन स्थिति और जटिल हो गई जब कथावाचकों पर भी धोखाधड़ी और धार्मिक भावनाएं आहत करने का केस दर्ज किया गया। इससे विवाद ने नया मोड़ ले लिया और सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं।
थाने के बाहर प्रदर्शन और हाईवे जाम
26 जून को इंडियन रिफामर्रस ऑर्गनाइजेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष की अपील के बाद बड़ी संख्या में युवा बकेवर कस्बे में एकत्र हो गए। उन्होंने पहले थाने के बाहर प्रदर्शन किया और फिर पुलिस के मना करने के बावजूद हाईवे जाम कर दिया। जब पुलिस ने उन्हें गांव जाने से रोका तो युवकों ने निवाड़ीकलां-लुधियानी मार्ग पर पथराव कर दिया। इस पथराव में पुलिस की एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई।
हवाई फायरिंग के बाद किया मुकदमा दर्ज
स्थिति बिगड़ता देख पुलिस को दो राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी। इसके बाद हालात पर काबू पाया गया। इस मामले में गगन यादव सहित 20 नामजद और 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 19 आरोपियों को उसी दिन गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों में एक स्कूल के प्रधानाचार्य और कुछ शिक्षक भी शामिल हैं।
13 धाराओं में मुकदमा
इन सभी पर कुल 13 गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। अब मामले में पुलिस और प्रशासन सख्त रुख अपनाए हुए हैं। कानपुर रेंज के डीआईजी हरीशचंद्र ने स्पष्ट आदेश दिया है कि सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और कानून-व्यवस्था भंग करने वाले आरोपियों की संपत्तियों को जल्द से जल्द कुर्क किया जाए।
रासुका लगाने की तैयारी
डीआईजी ने यह भी कहा कि आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम लगाया जाएगा ताकि यह कार्रवाई दूसरों के लिए एक चेतावनी बने। एसएसपी को निर्देश मिलते ही उन्होंने कुर्की की कार्रवाई की तैयारी शुरू कर दी है। प्रशासन की यह सख्ती जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने की दिशा में एक सख्त कदम मानी जा रही है।
डीआईजी का बयान
कानपुर डीआईजी हरीशचंद्र सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले बवालियों पर संपत्ति कुर्क की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही रासुका भी लगाया जाएगा, ताकि यह कार्रवाई बवालियों के लिए नजीर बन सके।