

हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद जिले में पुलिस ने पिता-पुत्र की हत्याकांड में एक मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
मुर्शिदाबाद पिता-पुत्र हत्याकांड का एक और साजिशकर्ता धरा( सोर्स इंटरनेट)
मुर्शिदाबाद: पश्चिम बंगाल पुलिस ने रविवार को मुर्शिदाबाद जिले के जाफराबाद में वक्फ अधिनियम के विरोध में हुए हिंसक प्रदर्शन के दौरान पिता और पुत्र की बेरहमी से हुई हत्या मामले के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही गिरफ्तार किए गए लोगों की कुल संख्या 4 हो गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान जाफराबाद के पड़ोसी गांव सुलिताला पुरबापारा निवासी जियाउल शेख के रूप में हुई है। वह 12 अप्रैल को अपराध होने के बाद से फरार था। शेख को पश्चिम बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और विशेष जांच दल (एसआईटी) ने शनिवार को उत्तर दिनाजपुर जिले के चोपड़ा में उसके ठिकाने से गिरफ्तार किया।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और जंगीपुर में 11 और 12 अप्रैल को वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ हुए विरोध प्रदर्शन हुआ, जिसने हिंसा का रूप ले लिया। वहीं हालात बिगड़ने पर कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश पर बीएसएफ की पांच कंपनियों को तैनात किया गया। पुलिस के अनुसार, शुक्रवार रात हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद क्षेत्र में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।
हरगोबिंद दास (72) और उनके बेटे चंदन (40) को शुक्रवार को उनके घर के सामने भीड़ ने मौत के घाट उतार दिया था, जबकि राज्य में वक्फ (संशोधन) अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन मुर्शिदाबाद में हिंसक हो गया था, जिससे व्यापक तनाव फैल गया और जिले के कुछ हिस्सों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए।
राज्य पुलिस ने इस तथा जिले में हिंसा के अन्य मामलों की जांच के लिए मुर्शिदाबाद के डीआईजी सैयद वकार रजा के नेतृत्व में 11 सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया।
इस सप्ताह की शुरूआत में पुलिस ने अपराध के सिलसिले में उसी इलाके के निवासी दो भाइयों कालू नवाब और दिलदार नवाब को गिरफ्तार किया था।
कालू को भारत-बांग्लादेश सीमा के निकट सुती गांव से गिरफ्तार किया गया, जबकि दिलदार को झारखंड सीमा के निकट बीरभूम के मुरारई से गिरफ्तार किया गया।
पुलिस ने बताया कि यह मुख्य आरोपियों में से एक है, जिसने 12 अप्रैल को मृतक के घर पर तोड़फोड़ करने और हरगोबिंदो दास और उसके बेटे चंदन दास की हत्या करने के लिए भीड़ को उकसाया था।
पुलिस के अनुसार उनके पास 12 अप्रैल को घटनास्थल पर उसकी मौजूदगी साबित करने के लिए सभी सबूत, सीसीटीवी फुटेज और उसके मोबाइल फोन टावर की लोकेशन है।