

मुरादाबाद में लंबे समय से प्रतिबंधित करेंसी के बदले कमीशन पर नई मुद्रा उपलब्ध कराने का अवैध कारोबार का पर्दाफाश हुआ है। मामले की पूरी जानकारी के लिए पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
पुलिस ने फर्जी करेंसी के कारोबारी को किया गिरफ्तार ( सोर्स - रिपोर्टर )
मुरादाबाद: थाना डिलारी पुलिस ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ऐसे फर्जी करेंसी सिंडिकेट का भंडाफोड़ किया है, जो लंबे समय से प्रतिबंधित करेंसी के बदले कमीशन पर नई मुद्रा उपलब्ध कराने का अवैध कारोबार कर रहा था। पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि तीन अन्य आरोपी फरार हो गए हैं। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से 1 करोड़ 49 लाख 99 हजार रुपये की पुरानी और प्रतिबंधित करेंसी बरामद की गई है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, पुलिस को यह सफलता तब मिली जब रूटीन चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध कार को रोका गया। तलाशी लेने पर कार से प्रतिबंधित नोटों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ, जिसे देख पुलिस भी हैरान रह गई।
इस कार्रवाई में पुलिस ने रियाज, विक्की गौतम और यासीन को गिरफ्तार किया है, जबकि यूसुफ, सत्तार और फैसल नामक तीन आरोपी मौके से फरार हो गए। फरार आरोपियों की तलाश के लिए पुलिस ने विशेष टीमें गठित कर दी हैं और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
एसपी क्राइम ने बताया कि प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि यह गिरोह 10 प्रतिशत कमीशन के आधार पर पुरानी करेंसी के बदले नई करेंसी उपलब्ध कराता था। आरोपी बड़े स्तर पर पुराने नोटों की खरीद-फरोख्त कर उन्हें बदलने की कोशिश करते थे। इस अवैध धंधे से जुड़े कुछ और लोगों के नाम भी सामने आए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
पुलिस का कहना है कि यह मामला केवल स्थानीय स्तर का नहीं है, बल्कि इसके तार राज्य के अन्य हिस्सों या अन्य राज्यों से भी जुड़े हो सकते हैं। सभी बरामद नोटों को जब्त कर लिया गया है और मामले की गंभीरता को देखते हुए विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का यह अभियान अवैध करेंसी कारोबारियों के खिलाफ एक बड़ी सफलता माना जा रहा है। उम्मीद लगाई जा रही है कि इस तरह के अवैध कारोबारियों को सबक सिखा कर अंकुश लगाया जा सकेगा और क्षेत्र में हो रहे अवैध कार्यों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।