

गोरखपुर में पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़े का पर्दाफाश, गैंगस्टर एक्ट के तहत 4 शातिर अपराधियों पर कार्रवाई पढिए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
गोरखपुर: उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी नागरिक पुलिस सीधी भर्ती 2023 की लिखित परीक्षा में कूटरचित आधार कार्ड और प्रवेश पत्र के जरिए फर्जीवाड़ा करने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का गोरखपुर पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) गोरखपुर राजकरन नैय्यर के नेतृत्व में चलाए जा रहे संगठित अपराधों के खिलाफ अभियान के तहत इस गिरोह के सरगना धीरेन्द्र कुमार मौर्या सहित चार शातिर अपराधियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की गई है।गैंग का मास्टरमाइंड और उसका नेटवर्क
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, गैंग का सरगना धीरेन्द्र कुमार मौर्या, बिहार के भोजपुर जिले का निवासी है, जिसने अपने तीन अन्य साथियों—विवेक कुमार (गोरखपुर/दिल्ली), सोनू यादव (गोरखपुर), और विकास कुमार (पटना, बिहार)—के साथ मिलकर यह गोरखधंधा चलाया। यह गिरोह परीक्षा में साल्वर बैठाने के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करता था और इसके बदले मोटी रकम वसूलता था। धीरेन्द्र ने अपने नेटवर्क के जरिए अभ्यर्थियों के स्थान पर साल्वर को परीक्षा में शामिल करवाया, जिसके लिए कूटरचित आधार कार्ड और प्रवेश पत्र बनाए गए।
पुलिस की सख्त कार्रवाई
पुलिस अधीक्षक (नगर) के मार्गदर्शन और क्षेत्राधिकारी गोरखनाथ के पर्यवेक्षण में थाना गोरखनाथ की पुलिस ने इस गिरोह के खिलाफ त्वरित कार्रवाई की। जांच में सामने आया कि यह गिरोह लंबे समय से इस तरह की धोखाधड़ी में शामिल था। थाना गोरखनाथ में पहले से ही इनके खिलाफ मुकदमा (मु0अ0सं0 77/2024) दर्ज था, जिसमें धारा 419, 420, 467, 468, 471, 120बी भादवि और 6/10 उ0प्र0 सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई थी।
अब इस मामले को और गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत नया मुकदमा (मु0अ0सं0 203/2025) दर्ज किया है, जिसमें धारा 2(ख)(I),(VIII),(XI),(XXV) और 3(1) उ0प्र0 गिरोह बन्द एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम 1986 शामिल हैं।अभियुक्तों का आपराधिक इतिहासविवेक कुमार: गोरखपुर के चिलुआताल का मूल निवासी, वर्तमान में दिल्ली में रह रहा था।सोनू यादव: गोरखपुर के कैम्पियरगंज क्षेत्र का निवासी।विकास कुमार: बिहार के पटना जिले का निवासी।धीरेन्द्र कुमार मौर्या (गैंग लीडर): बिहार के भोजपुर का निवासी, जिसने पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया।
सभी अभियुक्तों के खिलाफ पहले से ही धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले दर्ज हैं, और अब गैंगस्टर एक्ट के तहत इनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं। एसएसपी गोरखपुर ने कहा, "संगठित अपराधों पर नकेल कसने के लिए हमारी टीमें लगातार काम कर रही हैं। इस तरह के फर्जीवाड़े से युवाओं का भविष्य खतरे में पड़ता है। हम ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे।"पुलिस ने अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों से भी अपील की है कि वे इस तरह के फर्जीवाड़े से सावधान रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
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