

राजधानी पटना के बहुचर्चित पारस अस्पताल हत्याकांड में जहां एक ओर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग पर भी गाज गिरी है।
चंदन मिश्रा हत्याकांड
Patna: राजधानी पटना के बहुचर्चित पारस अस्पताल हत्याकांड में जहां एक ओर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है, वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग पर भी गाज गिरी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गैंगस्टर चंदन मिश्रा की दिनदहाड़े हुई हत्या में लापरवाही बरतने के आरोप में शास्त्रीनगर थाना के दो दरोगा, दो सहायक दरोगा और दो सिपाहियों को एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
जांच में सामने आया कि इन पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी के दौरान गंभीर कर्तव्यहीनता और लापरवाही बरती, जिससे अपराधियों को साजिश को अंजाम देने का मौका मिल गया। एसएसपी के निर्देश पर विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।
कोलकाता से पकड़े गए तीन शूटर
इस बीच, पटना पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में इस हत्याकांड में संलिप्त तीन आरोपियों को कोलकाता के न्यू टाउन इलाके से गिरफ्तार किया गया है। शनिवार तड़के की गई इस कार्रवाई में आरोपियों को एक आवासीय परिसर से पकड़ा गया, जहां वे छिपे हुए थे।
पटना पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार तीनों आरोपी कुख्यात शेरू गैंग से जुड़े हैं, और प्रारंभिक पूछताछ में यह बात सामने आई है कि चंदन मिश्रा की हत्या की सुपारी इसी गैंग ने दी थी।
इस मामले में बिहार और बंगाल की STF की टीमें लगातार सक्रिय हैं और जांच को आगे बढ़ा रही हैं।
क्या जेल में बनी थी हत्या की साजिश?
अब तक की जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि चंदन मिश्रा की हत्या की साजिश जेल में ही रची गई थी। यह मामला एक बार फिर बिहार की जेलों में सक्रिय गैंग नेटवर्क और सुरक्षा तंत्र की खामियों को उजागर करता है।
ADG कुंदन कृष्णन ने पहले ही यह संकेत दे दिया था कि हत्या की पूरी योजना जेल में बंद तौसीफ और शेरू के इशारे पर बनाई गई थी।
पुलिस अब इस पूरे हत्याकांड से जुड़े हर पहलू की गहन जांच कर रही है, ताकि गिरोह के पूरे नेटवर्क को बेनकाब किया जा सके।