New Delhi: रिन्यूएबल एनर्जी सेक्टर की अग्रणी कंपनी Suzlon Energy ने कारोबारी साल 2025-26 की पहली तिमाही (Q1 FY26) के नतीजों से निवेशकों को खुश कर दिया है। कंपनी ने जून तिमाही में शानदार प्रदर्शन करते हुए ₹324.3 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया, जो साल-दर-साल आधार पर 7.3% की वृद्धि को दर्शाता है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को ₹302.3 करोड़ का मुनाफा हुआ था।
रेवेन्यू में रिकॉर्ड वृद्धि
इस तिमाही में कंपनी का ऑपरेश्नल रेवेन्यू 55% बढ़कर ₹3,132 करोड़ हो गया, जबकि एक साल पहले यह ₹2,021 करोड़ था। कुल रेवेन्यू पिछले साल जून तिमाही के ₹2,044.35 करोड़ से बढ़कर ₹3,165.19 करोड़ पर पहुंच गया।
ऑर्डर बुक में मजबूती
Suzlon Energy ने बताया कि इस तिमाही में उसे 1 गीगावाट के ऑर्डर मिले, जिससे कुल ऑर्डर बुक अब 5.7 गीगावाट पर पहुंच गई है। कंपनी की ऑर्डर बुक में यह लगातार 10वीं तिमाही है जब इजाफा देखने को मिला है। इसके साथ ही कंपनी ने इस तिमाही में अब तक की सबसे अधिक डिलीवरी 444 मेगावाट की भी पूरी की है।
EBITDA में भी शानदार सुधार
Suzlon का EBITDA भी मजबूत हुआ है। कंपनी ने इस तिमाही में ₹598.2 करोड़ का EBITDA दर्ज किया, जो कि साल-दर-साल आधार पर 62.4% की वृद्धि है। वहीं, EBITDA मार्जिन 18.2% से बढ़कर 19.1% हो गया है।
शेयर पर ब्रोकरेज हाउसेस की नजर
नतीजों के बाद कई ब्रोकरेज हाउसेस ने Suzlon Energy के शेयर को लेकर ‘Buy’ रेटिंग दी है।
UBS ने इसका टारगेट प्राइस ₹78 रखा है।
Axis Securities का मानना है कि अगले 3-6 महीनों में यह शेयर ₹72 तक जा सकता है।
JM Financial ने ₹81 और
MOFSL ने इसका टारगेट प्राइस ₹82 तय किया है।
बीते सोमवार को BSE पर Suzlon के शेयर में 2.11% की बढ़त देखने को मिली और यह ₹64.68 के स्तर तक पहुंच गया।
Suzlon के वाइस प्रेसिडेंट गिरीश तांती ने कहा, “C&I और PSU ग्राहकों की बढ़ती मांग और दोबारा ऑर्डर मिलने से यह साफ है कि बाजार में हमारी टेक्नोलॉजी और भरोसे की मजबूत पकड़ है।”
कुल मिलाकर, Suzlon Energy की पहली तिमाही के शानदार नतीजे और मजबूत ऑर्डर बुक इसे आने वाले समय में निवेशकों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना सकते हैं।

