भारतीय शेयर मार्केट शुक्रवार को नकारात्मक ट्रेंड में खुला। सेंसेक्स 183 अंक गिरकर 85,225 पर, निफ्टी 20 अंक फिसलकर 26,121 पर ओपन हुआ। टॉप गेनर में टाइटन और ट्रेंट, टॉप लूजर में बजाज फाइनेंस शामिल।

बाजार रिव्यू (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
New Delhi: भारतीय शेयर मार्केट में सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार, 26 दिसंबर को नकारात्मक शुरुआत हुई। प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी 50 लाल निशान पर ट्रेड करते हुए ओपन हुए। निवेशकों की शुरूआत में सतर्कता दिखी और शुरुआती कारोबार में बाजार में कमजोरी रही।
30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स 183.42 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,225.28 अंक पर खुला। वहीं, एनएसई निफ्टी 50 20.85 अंक या 0.08 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,121.25 के स्तर पर ओपन हुआ। सुबह करीब 9:20 बजे सेंसेक्स 44 अंक की गिरावट के साथ 85,363 अंक पर कारोबार कर रहा था और निफ्टी 50 9 अंक फिसलकर 26,133 के स्तर पर ट्रेड कर रही थी।
आज के कारोबार में बीएसई के टॉप गेनर में टाइटन, पावरग्रिड, ट्रेंट और एनटीपीसी शामिल हैं। इन कंपनियों के शेयरों में खरीदारी का दबाव नजर आया और निवेशकों ने इन्हें पसंद किया। वहीं, टॉप लूजर में बजाज फाइनेंस, इटरनल, सनफॉर्मा और टाटा स्टील के शेयर शामिल हैं, जिनमें गिरावट दर्ज की गई।
प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स- इंटरनेट)
बुधवार, 24 दिसंबर को भी भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट देखने को मिली थी। सेंसेक्स 116.14 अंक या 0.14 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,408.70 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 50 35.05 अंक या 0.13 प्रतिशत फिसलकर 26,142.10 के लेवल पर बंद हुआ।
बीएसई बास्केट से ट्रेंट, मारुति, पावरग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा और बजाज फाइनेंस टॉप गेनर रहे थे। वहीं टॉप लूजर की बात करें तो इंडिगो, सनफॉर्मा, रिलायंस, एशियन पेंट और बजाज फिनसर्व शामिल थे।
निफ्टी के विभिन्न सेक्टर इंडेक्स में आईटी, एफएमसीजी, बैंक, ऑटो और निफ्टी 100 के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। इसके बावजूद निफ्टी स्मॉलकैप के शेयरों में तेजी देखने को मिली, जो निवेशकों के बीच मिलीजुली प्रतिक्रिया को दर्शाता है। बुधवार के कारोबारी दिन बीएसई बास्केट में कुल 14 शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 16 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन की शुरुआत में बाजार में नकारात्मक प्रवृत्ति के पीछे वैश्विक आर्थिक संकेतकों और घरेलू वित्तीय आंकड़ों का असर देखा गया। कुछ प्रमुख शेयरों में गिरावट और खरीदारी का मिश्रित प्रदर्शन निवेशकों की सतर्कता को दर्शाता है।
विशेषज्ञों ने निवेशकों को सलाह दी है कि वे बाजार में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव पर ज्यादा ध्यान न दें और दीर्घकालिक निवेश योजनाओं पर ध्यान केंद्रित करें।
शेयर बाजार में शुक्रवार की शुरुआती कमजोरी ने निवेशकों में थोड़ी चिंता पैदा की है, लेकिन कुछ प्रमुख सेक्टर में तेजी बनी हुई है। बाजार में अगले दिन के कारोबार और वैश्विक संकेतकों के अनुसार स्थिति में बदलाव संभव है। निवेशक बाजार के रुझानों पर नजर रखते हुए सही समय पर निवेश और पोर्टफोलियो मैनेजमेंट कर सकते हैं।