

एलन मस्क द्वारा अमेरिका में एक नई राजनीतिक पार्टी “अमेरिका पार्टी” के गठन की घोषणा के बाद टेस्ला के निवेशकों में घबराहट का माहौल बन गया। 7 जुलाई को टेस्ला के शेयरों में 6.8% की तेज गिरावट दर्ज की गई, जिससे कंपनी का बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) 68 बिलियन डॉलर से अधिक घट गया। इस गिरावट ने मस्क की नेटवर्थ को भी गहरा नुकसान पहुंचाया।
एलन मस्क (सोर्स-गूगल)
New Delhi: टेस्ला इंक के सीईओ एलन मस्क की नई राजनीतिक पार्टी "अमेरिका पार्टी" की घोषणा का असर सीधे-सीधे टेस्ला के शेयरों पर पड़ा है। सोमवार, 7 जुलाई को कंपनी के शेयरों में 6.8 प्रतिशत की भारी गिरावट देखी गई, जिससे एक ही दिन में कंपनी का मार्केट कैप 68 बिलियन डॉलर से अधिक घट गया।
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के मुताबिक, इस गिरावट से मस्क की नेटवर्थ में करीब 15.3 बिलियन डॉलर की कटौती हुई है। इस गिरावट को जून में ट्रंप के 'बिग ब्यूटीफुल बिल' को लेकर हुए विवाद के बाद अब तक की सबसे बड़ी गिरावट बताया जा रहा है।
राजनीतिक कारण बना वजह
एलन मस्क और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच रिश्ते लंबे समय तक मजबूत रहे। मस्क ने ट्रंप के 2024 चुनावी अभियान के लिए करीब 250 मिलियन डॉलर का भारी डोनेशन भी दिया था। लेकिन ट्रंप के टैक्स और स्पेंडिंग बिल, जिसे मस्क 'बिग ब्यूटीफुल बिल' कहते हैं, को लेकर दोनों के बीच गहरी दरार पैदा हो गई।
मस्क का कहना है कि इस बिल से "नौकरियां खत्म होंगी, उद्योग बंद हो जाएंगे और यह अमेरिका को दिवालिया बना सकता है।" इस विरोध के चलते उन्होंने 'अमेरिका पार्टी' के गठन की घोषणा की है, जो रिपब्लिकन और डेमोक्रेट्स के मुकाबले तीसरी राजनीतिक ताकत के रूप में उभरेगी।
DOGE विभाग से इस्तीफा
चुनाव के बाद मस्क को ट्रंप प्रशासन में बनाए गए नए विभाग डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) का प्रमुख बनाया गया था। इस विभाग का मकसद सरकारी खर्चों में कटौती और नौकरशाही में सुधार करना था। लेकिन मई 2025 में मस्क ने इस पद से इस्तीफा दे दिया और सार्वजनिक रूप से ट्रंप की नीतियों की आलोचना शुरू कर दी।
निवेशकों की चिंता
टेस्ला के शेयरों में गिरावट की बड़ी वजह सरकारी सब्सिडियों को लेकर निवेशकों की आशंका भी है। मस्क और ट्रंप के बीच विवाद बढ़ने से यह डर बना हुआ है कि अमेरिकी सरकार मस्क की कंपनियों को दी जाने वाली सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट्स पर रोक लगा सकती है, जिससे टेस्ला और स्पेसएक्स जैसे उद्यमों को वित्तीय झटका लग सकता है।