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म्यूचुअल फंड्स में निवेश का माहौल गरम, अक्टूबर में बना नया रिकॉर्ड; जानें अब किधर है रुझान

अक्टूबर में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री का AUM 79.87 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा। इक्विटी फंड्स में 24,690 करोड़ रुपये का इनफ्लो दर्ज हुआ और निवेशकों की संख्या में भी तेज उछाल देखने को मिला। वेशक अब लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में बैलेंस्ड ग्रोथ की ओर बढ़ रहे हैं।
Post Published By: सौम्या सिंह
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म्यूचुअल फंड्स में निवेश का माहौल गरम, अक्टूबर में बना नया रिकॉर्ड; जानें अब किधर है रुझान

New Delhi: भारत में म्यूचुअल फंड्स में निवेश को लेकर निवेशकों का उत्साह लगातार बढ़ता जा रहा है। अक्टूबर 2025 में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। निवेशकों ने इस महीने में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में जोरदार निवेश किया, जिससे कुल एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) का आंकड़ा 79.87 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंच गया। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, यह अब तक का सर्वाधिक स्तर है और सितंबर की तुलना में लगभग 4.26 लाख करोड़ रुपये यानी 5.63 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है।

इक्विटी फंड्स में 24,690 करोड़ का इनफ्लो

अक्टूबर महीने में निवेशकों ने इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 24,690 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो दर्ज कराया। यह लगातार नौवां महीना रहा जब इक्विटी फंड्स में नेट इनफ्लो सकारात्मक रहा। बाजार में उतार-चढ़ाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय निवेशकों का भरोसा म्यूचुअल फंड्स पर कायम है।

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सितंबर में जहां डेट फंड्स से 1.02 लाख करोड़ रुपये की निकासी दर्ज की गई थी, वहीं अक्टूबर में इस रुझान में पूरी तरह बदलाव देखा गया। निवेशकों ने अक्टूबर में डेट कैटेगरी में 1.59 लाख करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो किया। इसी तरह, लिक्विड फंड्स में भी जहां पहले निकासी देखी जा रही थी, वहां अब निवेशकों ने 89,375.12 करोड़ रुपये का नया निवेश किया।

निवेशकों की संख्या में भारी इजाफा

अक्टूबर महीने में म्यूचुअल फंड निवेशकों की संख्या में भी अच्छी-खासी वृद्धि दर्ज की गई। म्यूचुअल फंड फोलियो की कुल संख्या सितंबर के 25.19 करोड़ से बढ़कर अक्टूबर में 25.60 करोड़ हो गई। यानी सिर्फ एक महीने में ही करीब 41 लाख नए निवेशक जुड़े। यह संकेत है कि म्यूचुअल फंड निवेश अब बड़े शहरों से निकलकर छोटे शहरों और कस्बों तक पहुंच चुका है।

इसी अवधि में 18 नई ओपन-एंडेड स्कीमें लॉन्च की गईं, जिनके जरिए कंपनियों ने करीब 6,062 करोड़ रुपये जुटाए। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि म्यूचुअल फंड हाउस निवेशकों की बढ़ती रुचि का लाभ उठाते हुए नई-नई योजनाएं बाजार में पेश कर रहे हैं।

गोल्ड ईटीएफ में निवेश घटा

जहां एक ओर इक्विटी और डेट फंड्स में पैसा बढ़ा, वहीं गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों का भरोसा कुछ कमज़ोर पड़ा। अक्टूबर में गोल्ड ईटीएफ में इनफ्लो घटकर 7,743 करोड़ रुपये रहा, जबकि सितंबर में यह आंकड़ा 8,363 करोड़ रुपये था। विश्लेषकों का मानना है कि इक्विटी बाजार के मजबूत प्रदर्शन और स्थिर ब्याज दरों के चलते निवेशकों ने सोने की बजाय शेयर आधारित योजनाओं को प्राथमिकता दी।

निवेशकों की पहली पसंद बने ये फंड ( फोटो सोर्स-इंटरनेट)

फ्लेक्सी कैप फंड्स बने निवेशकों की पहली पसंद

अक्टूबर में फ्लेक्सी कैप फंड्स ने सभी कैटेगरी में सबसे बेहतर प्रदर्शन किया। इस कैटेगरी में 8,928 करोड़ रुपये का नेट इनफ्लो दर्ज हुआ, जो सितंबर के 7,029 करोड़ रुपये की तुलना में करीब 27 प्रतिशत अधिक है। फ्लेक्सी कैप फंड्स की खासियत यह है कि ये लार्ज, मिड और स्मॉल कैप शेयरों में निवेश की लचीलापन रखते हैं। यही वजह है कि निवेशक इन्हें एक संतुलित और स्थिर विकल्प के रूप में देख रहे हैं।

फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि फ्लेक्सी कैप फंड्स में बढ़ता निवेश निवेशकों के दीर्घकालिक दृष्टिकोण को दर्शाता है। वे अब अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से अधिक लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न की संभावनाओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

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इंडस्ट्री के लिए संकेत सकारात्मक

म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री के लिए अक्टूबर के आंकड़े बेहद उत्साहजनक हैं। लगातार बढ़ता एयूएम और निवेशकों की बढ़ती भागीदारी यह दर्शाती है कि भारत में निवेश की आदत धीरे-धीरे बदल रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले महीनों में भी यह रुझान जारी रह सकता है, खासकर जब अर्थव्यवस्था में स्थिरता और शेयर बाजार में सकारात्मक माहौल बना हुआ है। म्यूचुअल फंड्स के बढ़ते एयूएम से यह भी साफ है कि भारतीय निवेशक अब पारंपरिक बचत साधनों जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट या सोने की बजाय मार्केट-लिंक्ड प्रोडक्ट्स की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है, यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है।निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।

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