RD और SIP में से कौन है आपके लिए बेहतर निवेश विकल्प? जानिए फायदे, जोखिम और रिटर्न का पूरा गणित

बाजार के जानकार SIP को मानते हैं ग्रोथ का जरिया। वहीं ज्यादातर लोग RD को मानते हैं भरोसेमंद और रिस्क-फ्री। इन दोनों योजनाओं की तुलना जानकर करें सही निवेश का फैसला। जानिए आपके बजट और जरूरत के हिसाब से कौन-सी योजना है बेहतर।

Updated : 17 October 2025, 5:20 PM IST
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New Delhi: अगर आप कम पैसों में बेहतर रिटर्न कमाने का विकल्प ढूंढ़ रहे हैं, तो बाजार में कई निवेश योजनाएं मौजूद हैं। लेकिन सही योजना का चुनाव आपकी जरूरतों, लक्ष्यों और जोखिम उठाने की क्षमता पर निर्भर करता है। ऐसे में दो सबसे लोकप्रिय विकल्प हैं- रेकरिंग डिपॉजिट (RD) और सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)। दोनों योजनाएं अलग-अलग तरह के निवेशकों के लिए हैं। जहां एक ओर RD को सेफ और स्थिर निवेश का जरिया माना जाता है, वहीं SIP जोखिम के साथ बेहतर रिटर्न देने वाला विकल्प बन चुका है। आइए इन दोनों स्कीमों को विस्तार से समझते हैं।

सुरक्षित निवेश के चाहने वालों के लिए बेहतर विकल्प

अगर आप ऐसे निवेशक हैं जो जोखिम से दूर रहना पसंद करते हैं और चाहते हैं कि हर महीने एक तय राशि निवेश कर सुरक्षित रिटर्न मिले, तो आरडी (RD) आपके लिए बेहतर विकल्प है।

RD के फायदे

  • हर महीने तय राशि जमा कर सकते हैं।
  • ब्याज दर आमतौर पर 6% से 7.5% तक होती है।
  • निवेश के अंत में गारंटीड रिटर्न और मूलधन मिलता है।

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कोई बाजार जोखिम नहीं होता।

पोस्ट ऑफिस और बैंकों की आरडी में कुछ अंतर भी होते हैं।
पोस्ट ऑफिस में आरडी की न्यूनतम अवधि 5 साल की होती है, जबकि बैंक आरडी में यह अवधि ज्यादा लचीली होती है — जैसे 6 महीने, 1 साल, 3 साल आदि। पोस्ट ऑफिस में आरडी खाता खोलने के लिए आपको ब्रांच जाना होगा, वहीं अधिकतर बैंक ऑनलाइन आरडी खोलने की सुविधा देते हैं।

किसके लिए उपयुक्त है RD?

  • जो लोग रिस्क नहीं लेना चाहते।
  • जिनका निवेश अवधि छोटी या मध्यम है।
  • जो निश्चित रिटर्न चाहते हैं।

ज्यादा रिटर्न की चाह रखने वालों के लिए स्मार्ट विकल्प

अगर आप ऐसा निवेश चाहते हैं जो आपके पैसों को बाजार में लगाकर लंबी अवधि में ज्यादा रिटर्न दे, तो SIP आपके लिए उपयुक्त है। SIP, म्यूचुअल फंड्स का एक ऐसा तरीका है जिसमें आप हर महीने एक निश्चित राशि निवेश करते हैं।

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लंबी अवधि में बड़ा रिटर्न

SIP के फायदे

  • निवेश की शुरुआत मात्र ₹500 प्रति माह से की जा सकती है।
  • लंबे समय तक निवेश करने पर 12% से 15% तक का रिटर्न मिल सकता है।
  • मार्केट के उतार-चढ़ाव से फायदा मिल सकता है (रुपया कॉस्ट एवरेजिंग)।
  • कभी भी शुरू और बंद किया जा सकता है।

हालांकि SIP पूरी तरह से बाजार पर निर्भर होता है, और इसमें जोखिम भी होता है। लेकिन अगर आप लंबी अवधि तक नियमित निवेश करते हैं, तो पावर ऑफ कंपाउंडिंग और मार्केट की रिकवरी आपको शानदार रिटर्न दे सकती है।

किसके लिए उपयुक्त है SIP?

  • जो लोग थोड़ा जोखिम उठा सकते हैं।
  • जिनकी निवेश अवधि लंबी है (5 साल से ज्यादा)।
  • जो महंगाई को मात देने वाला रिटर्न चाहते हैं।

RD vs SIP: तुलना एक नजर में

  • फीचर आरडी (RD) एसआईपी (SIP)
  • जोखिम बिल्कुल नहीं बाजार आधारित (मध्यम जोखिम)
  • रिटर्न 6% - 7.5% (स्थिर) 12% - 15% (अनुमानित)
  • निवेश अवधि 6 महीने से 5 साल या ज्यादा 3 साल से अधिक अनुशंसित
  • लिक्विडिटी फिक्स्ड अवधि, प्रीमैच्योर पेनेल्टी किसी भी समय बंद किया जा सकता है
  • निवेश राशि ₹500 से शुरू ₹500 से शुरू

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सही निवेश का चुनाव आपकी जरूरतों पर निर्भर

यदि आप रिस्क-फ्री और निश्चित रिटर्न की तलाश में हैं, तो RD आपके लिए एक अच्छा विकल्प है। लेकिन अगर आप थोड़ी रिस्क लेकर लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो SIP को जरूर आजमाएं। दोनों ही स्कीमें छोटे निवेश से बड़ी बचत करने में मदद कर सकती हैं- बस आपको अपनी प्राथमिकताओं और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार सही विकल्प का चुनाव करना है।

डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है, यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें।

Location : 
  • New Delhi

Published : 
  • 17 October 2025, 5:20 PM IST