Site icon Hindi Dynamite News

Lenskart IPO: जानें कैसे डिजिटल और फिजिकल विस्तार से निवेशकों के लिए बन सकता है लॉन्ग-टर्म गेम चेंजर

Lenskart IPO का ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) ₹85 तक पहुंच गया है, जिससे शुरुआती लिस्टिंग पर निवेशकों को लगभग 20% तक मुनाफे का अंदाजा लगाया जा सकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि GMP केवल बाजार के सेंटीमेंट को दर्शाता है और लिस्टिंग से पहले इसमें उतार-चढ़ाव संभव हैं।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
Published:
Lenskart IPO: जानें कैसे डिजिटल और फिजिकल विस्तार से निवेशकों के लिए बन सकता है लॉन्ग-टर्म गेम चेंजर

New Delhi: भारत की प्रमुख ओम्नी-चैनल आईवियर कंपनी Lenskart Solutions का IPO निवेशकों में जबरदस्त उत्साह पैदा कर रहा है। इस आईपीओ की इश्यू प्राइस रेंज ₹382 से ₹402 प्रति शेयर है, जिसमें 10% हिस्सा रिटेल निवेशकों के लिए रिजर्व किया गया है। एक लॉट में 37 शेयर होंगे, यानी ऊपरी प्राइस बैंड पर न्यूनतम निवेश ₹14,874 का होगा।

पहले दिन ही Lenskart IPO 1.13 गुना सब्सक्राइब हो चुका था। निवेशक कैटेगरी में सबसे ज्यादा सब्सक्रिप्शन क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) की ओर से आया, जहां हिस्सा 1.42 गुना भरा गया। रिटेल निवेशकों ने 1.31 गुना और नॉन-इन्स्टिट्यूशनल निवेशकों ने 0.41 गुना हिस्सा सब्सक्राइब किया।

ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) और संभावित लिस्टिंग प्राइस

अनलिस्टेड मार्केट में Lenskart के शेयर का GMP ₹85 तक पहुंच गया है। ऊपरी प्राइस बैंड ₹402 के हिसाब से अनुमानित लिस्टिंग प्राइस लगभग ₹487 प्रति शेयर बनता है, जो निवेशकों के लिए लगभग 21% का प्रीमियम दर्शाता है। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि GMP केवल बाजार सेंटीमेंट को दिखाता है और लिस्टिंग से पहले इसमें उतार-चढ़ाव संभव हैं।

Studds Accessories और Orkla India IPO GMP आज, क्या एक्सपर्ट्स का अनुमान सही साबित होगा?

यदि लिस्टिंग प्राइस ₹487 के आस-पास बनी, तो रिटेल निवेशकों के लिए शुरुआती मुनाफे की संभावना आकर्षक दिखाई देती है। उदाहरण के तौर पर, 37 शेयरों वाले एक लॉट पर निवेश ₹14,874 का है, तो शुरुआती लिस्टिंग पर मुनाफा लगभग ₹3,145 तक हो सकता है।

IPO का साइज और उद्देश्य

Lenskart IPO के जरिए कुल ₹7,278 करोड़ जुटाए जाएंगे, जिसमें ₹2,150 करोड़ का फ्रेश इश्यू और ₹5,128 करोड़ का OFS शामिल है। जुटाई गई राशि का उपयोग कंपनी स्टोर्स का विस्तार, टेक्नोलॉजी अपग्रेड और मार्केटिंग को मजबूत करने में करेगी। इसके अलावा, पुराने निवेशकों को एग्जिट का मौका भी मिलेगा।

प्रतीकात्मक छवि (फोटो सोर्स-इंटरनेट)

कंपनी प्रोफाइल और वित्तीय प्रदर्शन

2010 में स्थापित Lenskart भारत की सबसे बड़ी ओम्नी-चैनल आईवियर कंपनियों में शामिल है। कंपनी के पास भारत में 2,137 और विदेश में 669 स्टोर्स हैं। वर्चुअल ट्राई-ऑन और होम आई टेस्ट जैसी इनोवेशन के चलते Lenskart ने मजबूत ब्रांड और कस्टमर बेस तैयार किया है।

वित्तीय प्रदर्शन की बात करें तो, FY25 में कंपनी का निट प्रॉफिट ₹297 करोड़ रहा, जबकि FY24 में यह केवल ₹10 करोड़ का घाटा दर्ज किया गया था। राजस्व में भी 22% की बढ़ोतरी हुई और यह ₹6,625 करोड़ तक पहुंच गया।

निवेशकों को क्या ध्यान देना चाहिए?

विशेषज्ञों का सुझाव है कि निवेशक IPO में निवेश करते समय कंपनी की वित्तीय स्थिरता, मुनाफे की वृद्धि और बाजार में ब्रांड वैल्यू पर ध्यान दें। Lenskart जैसी कंपनियों में लिस्टिंग के समय अक्सर शुरुआत में सकारात्मक रिटर्न देखने को मिलता है, लेकिन बाजार के उतार-चढ़ाव को ध्यान में रखते हुए दीर्घकालिक निवेश रणनीति अपनाना भी आवश्यक है।

निवेशकों को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि GMP केवल संभावित मुनाफे का संकेत देता है। वास्तविक लिस्टिंग प्राइस बाजार की मांग और सप्लाई के आधार पर अलग हो सकता है। इसलिए, निवेश निर्णय केवल संवेदी अनुमान पर नहीं बल्कि फंडामेंटल और तकनीकी विश्लेषण* के आधार पर लेने चाहिए।

Lenskart IPO 2025: कब खुलेगा, क्या है प्राइस बैंड और कितना है GMP?

IPO का अलॉटमेंट और लिस्टिंग

Lenskart IPO का अलॉटमेंट 6 नवंबर को और संभावित लिस्टिंग 10 नवंबर को तय है। विशेषज्ञ मानते हैं कि लिस्टिंग पर मुनाफे के अलावा यह शेयर लंबी अवधि में भी निवेशकों को आकर्षक रिटर्न दे सकता है, क्योंकि कंपनी का विस्तार और टेक्नोलॉजी अपग्रेड का प्रोजेक्ट मजबूत भविष्य संकेत करता है।

कुल मिलाकर, Lenskart IPO निवेशकों के लिए आकर्षक अवसर पेश कर रहा है। GMP और संभावित लिस्टिंग प्राइस की तुलना में शुरुआती मुनाफा 20% तक दिख रहा है, लेकिन बाजार की अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए निवेशकों को सतर्क और दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना चाहिए। IPO में निवेश केवल लाभ की संभावना पर नहीं, बल्कि कंपनी के भविष्य की संभावनाओं पर आधारित होना चाहिए।

Exit mobile version