

बिहार विधानसभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा से पहले ही राजनीतिक गठबंधन और समर्थन की तस्वीरें साफ होती जा रही हैं। जहां एक ओर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अपने परंपरागत सहयोगी दलों—कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों—के साथ गठबंधन को आगे बढ़ा रही है, वहीं अब उत्तर प्रदेश से भी उसे बड़ा राजनीतिक समर्थन मिला है।
तेजस्वी यादव
Patna: बिहार विधानसभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा से पहले ही राजनीतिक गठबंधन और समर्थन की तस्वीरें साफ होती जा रही हैं। जहां एक ओर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) अपने परंपरागत सहयोगी दलों—कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों—के साथ गठबंधन को आगे बढ़ा रही है, वहीं अब उत्तर प्रदेश से भी उसे बड़ा राजनीतिक समर्थन मिला है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले ही यह घोषणा कर चुके हैं कि बिहार में राजद को सपा का पूरा समर्थन मिलेगा। लखनऊ में हुई एक प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश ने तेजस्वी यादव की नेतृत्व क्षमता की सराहना करते हुए कहा था, "बिहार में आरजेडी हमारा साथी है और हम उसके साथ मिलकर सांप्रदायिक ताकतों को हराएंगे।"
अब उत्तर प्रदेश के एक और क्षेत्रीय दल 'महान दल' ने भी राजद को समर्थन देने की घोषणा की है। पार्टी के नेता केशव देव मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) पर तेजस्वी यादव और कांग्रेस नेता राहुल गांधी का वीडियो साझा करते हुए लिखा —
"तेजस्वी यादव संघर्ष करो! महान दल भी आपके साथ है।"
केशव देव मौर्य ने यह समर्थन तेजस्वी यादव की उस पोस्ट के जवाब में दिया, जिसमें तेजस्वी ने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए थे। तेजस्वी ने लिखा था "चुनाव आयोग गोदी आयोग बन गया है। बीजेपी सरकार पहले गरीबों के वोट काटेगी, फिर राशन, पेंशन और आरक्षण भी छीन लेगी। लेकिन बिहार लोकतंत्र की जननी है। बिहारी गरीब हो सकते हैं, लेकिन सजग और संघर्षशील हैं।"
राजनीतिक गर्मी तेज, विपक्ष का आक्रामक रुख
गौरतलब है कि बिहार में इन दिनों मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान (SIR) को लेकर विपक्षी दलों में आक्रोश है। आरजेडी और कांग्रेस समेत विपक्षी महागठबंधन का आरोप है कि यह पूरी प्रक्रिया चुनावी वोटों की "फिल्टरिंग" के लिए इस्तेमाल की जा रही है, ताकि पिछड़े, दलित, आदिवासी और अल्पसंख्यक मतदाताओं को सूचियों से बाहर किया जा सके।
इसी के विरोध में विपक्ष ने 9 जुलाई को बिहार बंद और राज्यव्यापी चक्का जाम का आह्वान किया था, जिसमें तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जैसे दिग्गज नेता खुद सड़कों पर उतरे।
महान दल का समर्थन भले ही उत्तर प्रदेश की राजनीति में सीमित हो, लेकिन इसका प्रतीकात्मक महत्व बड़ा है। यह दिखाता है कि बीजेपी के खिलाफ विपक्षी एकता को राज्यों की सीमाओं से परे समर्थन मिल रहा है। इसके साथ ही यह महागठबंधन के लिए राजनीतिक नैरेटिव को और मजबूत करने का मौका भी है।
रेस्क्यू मिशनों में नया मोड़! नौसेना को मिला देश का पहला स्वदेशी डाइविंग सपोर्ट वेसल ‘निस्तार’