मौत के तांडव से महज दो दिन पहले योगी ने किया था गोरखपुर मेडिकल कालेज का दौरा

मनोज टिबड़ेवाल आकाश

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महज दो दिन पहले ही गोरखपुर के उसी बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था जहां आज मेडिकल प्रशासन की लापरवाही ने 30 जिंदगियां लील ली औऱ कई जिंदगी और मौत से जूझ रही हैं।

9 अगस्त को बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा करते मुख्यमंत्री
9 अगस्त को बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा करते मुख्यमंत्री


गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महज दो दिन पहले ही गोरखपुर के उसी बीआरडी मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था जहां आज यूपी के शासन-प्रशासन की लापरवाही के कारण 30 जिंदगियां अकाल मौत के मुंह चली गयी। बीआरडी मेडिकल कॉलेज के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री योगी कॉलेज प्रशासन को कई जरुरी निर्देश भी दिये थे लेकिन इनका किस पर क्या असर हुआ इसका आप सहज ही अंदाजा लगा सकते हैं।

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योगी के गृह जनपद में मौत के इस तांडव ने प्रशासन के मुंह पर करारा तमाचा जड़ा है। डाइनामाइट न्यूज़ ने इस खबर को सबसे पहले देश के सामने लाने का काम किया, इसके बाद तो मानो हड़कंप ही मच गया।

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महज 68 लाख रुपये के भुगतान न होने की वजह से आक्सीजन की सप्लाइ रोक दी जाती है और काल के गाल में 30 मासूम समा जाते हैं। यह हमारे सिस्टम पर करारा तमाचा है। 

BRD मेडिकल कॉलेज में मरीजों की स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी लेते योगी

जैसे ही डाइनामाइट न्यूज़ ने इस खबर को ब्रेक किया उसी पल से गोरखपुर के डीएम राजीव रौतेला झूठ बोलने पर उतारु हो जाते हैं। कई तरह की बहानेबाजी कर, मौत के कारणों पर गुमराह करने का प्रयास डीएम करते हैं। लापरवाही इस हद तक कि, रात भर हुई मौतों के सिलसिले के बाद भी आला-अफसर मेडिकल कालेज नही पहुंचते हैं और मामले को दबाने की नाकाम कोशिश करते हैं।

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जब डाइनामाइट न्यूज़ ने इस खबर को देश की जनता के सामने लाने का काम किया तो फिर गोरखपुर के सभी आला-अधिकारी मुंह छिपाते दिखे।

मुख्यमंत्री योगी ने 9 अगस्त को गोरखपुर प्रवास के दौरान इसी BRD मेडिकल कॉलेज में मरीजों की स्वास्थ्य सम्बन्धी जानकारी भी प्राप्त की और जे.ई. व एईएस वार्ड का गहन निरीक्षण किया। इन दौरों से अफसरों ने क्या सीखा, यह आज देश की जनका के सामने है।










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