

राज्य में 15 सितंबर को होने वाले विधान परिषद उपचुनाव के लिये सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा समेत दो राज्यमंत्रियों ने नामांकन दाखिल किया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद की रिक्त सीटों के लिये उपचुनाव 15 सितंबर को होने है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डा. दिनेश शर्मा, परिवहन राज्यमंत्री स्वतंत्रदेव सिंह और मोहसिन रजा ने आज इन उप-चुनावों के लिये अपना नामांकन दाखिल किया। इन सभी 5 प्रत्याशियों ने विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित के कक्ष में नामांकन दाखिल किये।
यह भी पढ़ें: गृहमंत्री राजनाथ और सीएम योगी ने किया लखनऊ मेट्रो का उद्घाटन
गौरतलब है कि विधान परिषद सदस्यों के इस्तीफे के बाद एमएलसी पद रिक्त हुये थे। निर्वाचन आयोग ने 15 सितंबर को मतदान और मतगणना का कार्यक्रम तय किया है। आयोग ने चुनाव के लिये 29 अगस्त को अधिसूचना जारी की थी और आज नामांकन की अंतिम तिथि थी।
सदन का सदस्य होना जरूरी
गौरतलब है कि किसी भी मुख्यमंत्री और मंत्री को किसी भी राज्य में कार्यभार ग्रहण करने के 6 महीने के भीतर राज्य के किसी भी सदन का सदस्य होना जरूरी है। योगी आदित्यनाथ 18 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी उस समय वह गोरखपुर से सांसद रहे थे, लेकिन वह अभी तक किसी भी सदन के सदस्य नहीं हैं। सीएम योगी सांसद पद से इस्तीफा दे चुके हैं और अब उनको सदन के सदस्य होना जरुरी है। यही बातें उनके मंत्रिमंडल के अन्य सदस्यों पर भी लागू होती है।
इन सदस्यों ने दिया था इस्तीफा
विधानसभा के दिन चार सदस्यों ने अपने पद से इस्तीफा दिया था, उनमें बुक्कल नवाब, यशवंत सिंह, डॉ. सरोजिनी अग्रवाल और अशोक बाजपेई शामिल हैं।
कब से खाली हैं ये पद?
1. बुक्कल नवाब और यशवंत सिंह ने 29 जुलाई को अपने पद से इस्तीफा दिया था।
2. डॉ. सरोजिनी अग्रवाल ने 4 अगस्त को इस्तीफा दिया था
3. अशोक बाजपेई 9 अगस्त को एमएलसी पद से इस्तीफा दिया था और तभी से ये सीटें रिक्त चल रही थीं।
चुनाव के लिये प्रमुख तारीखें
6 सितंबर: उम्मीदवारों के आवेदन की जांच
8 सितंबर: नाम वापस लेने की अंतिम तिथि
15 सितंबर: विधान परिषद के लिए मतदान
15 सितंबर: वोटों की मतगणना
No related posts found.