छात्राओं ने आईटीबीपी जवानों की कलाईयों पर बांधी राखियां

डीएन संवाददाता

कानपुर की छात्राओं ने अपने हाथों से राखी बनाकर कंपाउंड आईटीबीपी जवानों की कलाईयों पर बांधी और उनकी लम्बी उम्र की प्रार्थना की।

आईटीबीपी जवानों को राखियां बांधती छात्राएं
आईटीबीपी जवानों को राखियां बांधती छात्राएं


कानपुर: सरसौल स्थित कंपाउंड में तैनात आईटीबीपी जवानों को छात्राओं ने आरती उतारकर कलाइयों पर राखी बांधी। इस खास अवसर पर जवानों ने भी अपनी बहनों से आशीर्वाद प्राप्त कर उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी ली। हर कोई भाई-बहन के इस रिश्ते को देखकर खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। रक्षाबंधन के खास मौके पर दुनिया की हर बहने बॉर्डर पर तैनात भाइयों की सुरक्षा और लंबी उम्र के लिए दुआये मांग रही हैं।

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कानपुर की छात्राओं ने अपने हाथो से राखी बनाकर आईटीबीपी के जवानों को बांधी और उनकी लम्बी उम्र की प्रार्थना की। वहीं सैनिकों ने अपनी छोटी बहनों को भेंट स्वरूप रुपये देकर उनके पैर भी छुए।

छात्राओं का कहना है कि हमारे देश के जवान, जो हमारे भाई है हम सब उनकी सलामती की दुआ मांगते है। छात्राओं ने आगे कहा कि ‘अगर हमारे जवान हैं तो हम है’, हमारे जवान दूर बैठे बॉर्डर पर हमारी सुरक्षा कर रहे हैं, ताकि हम सभी चेन से रह सकें। हमारे जो सैनिक भाई दूर बॉर्डर पर देश की सेवा में लगे हुए हैं, हम सभी बहने राखियां बनाकर उन्हें भी भेज रहे हैं। क्योंकि देश की सेवा के चलते उन्हें छुट्टी नहीं मिल पाती है।

 

सभी छात्राओं ने अपने सैनिक भाइयों की दीर्घायु के लिए भगवान से प्रार्थना की। इस खास मौके पर आरसी शर्मा सैनिक ने बताया कि कई बार ऐसा होता है की राखी के समय हम लोगों को छुट्टी नहीं मिलती। हम देश की सेवा के लिए बार्डर में तैनात होते हैं, ऐसे में हम लोगों को भी अपनी बहनों की याद आती है। आज हम लोग यहां अपनी नौकरी पर है और छोटी छोटी बहनों ने हमे राखी बांध कर हमारा हौंसला बढ़ाया है।

सुनीता नाम की एक छात्रा ने कहा कि आज हम लोगों ने आई टीबीपी के जवानों को राखी बांध कर उनकी लम्बी उम्र की कामना की है। यह राखी हम लोगों ने अपने हाथो से बनाई है और अपने बड़े भाइयो को राखी बांधी है।










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