वाराणसी से महराजगंज तक कोडीन युक्त कफ सिरप का अवैध कारोबार पकड़ में आया है। जांच में बांग्लादेश कनेक्शन के भी संकेत मिले हैं। यूपी के कई जिलों में मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी जारी है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Sonauli (Maharajganj): वाराणसी से सामने आए कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार ने उत्तर प्रदेश ही नहीं, कई अन्य राज्यों की जांच एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। हालिया जांच में यह खुलासा हुआ है कि इस नेटवर्क के तार पड़ोसी देश बांग्लादेश तक जुड़े हुए हैं। लगातार सामने आ रहे नए कनेक्शन और कड़ी कार्रवाई के बीच यूपी के कई जिलों में मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी तेज कर दी गई है। महराजगंज जिले में भारत-नेपाल सीमा पर भी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। हालांकि नेपाल से इस अवैध कारोबार का कोई प्रत्यक्ष संबंध अभी सामने नहीं आया है, फिर भी प्रशासन चौकन्ना है।
भारत-नेपाल सीमा के प्रमुख सोनौली बॉर्डर पर पहले से चल रही जांच को और सख्त कर दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (SSB) की टीमें हर वाहन की बारीकी से चेकिंग कर रही हैं। विशेष रूप से दुपहिया वाहनों की डिक्की खोलकर तलाशी ली जा रही है। किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति को बिना जांच के आगे नहीं जाने दिया जा रहा।
SSB के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई विशेष दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन विभाग अपनी ओर से पूरी सतर्कता बरत रहा है। बॉर्डर पर आने-जाने वाली हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियां नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी तरह की तस्करी को रोका जा सके।
Sonauli (Maharajganj): वाराणसी से सामने आए कोडीन युक्त कफ सिरप के अवैध कारोबार ने उत्तर प्रदेश ही नहीं, कई अन्य राज्यों की जांच एजेंसियों को भी सतर्क कर दिया है। हालिया जांच में यह खुलासा हुआ है कि इस नेटवर्क के तार पड़ोसी देश बांग्लादेश तक जुड़े हुए हैं। लगातार सामने आ रहे नए कनेक्शन और कड़ी कार्रवाई के बीच यूपी के कई जिलों में मेडिकल स्टोर्स पर छापेमारी तेज कर दी गई है। महराजगंज जिले में भारत-नेपाल सीमा पर भी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। हालांकि नेपाल से इस अवैध कारोबार का कोई प्रत्यक्ष संबंध अभी सामने नहीं आया है, फिर भी प्रशासन चौकन्ना है।
भारत-नेपाल सीमा के प्रमुख सोनौली बॉर्डर पर पहले से चल रही जांच को और सख्त कर दिया गया है। सीमा सुरक्षा बल (SSB) की टीमें हर वाहन की बारीकी से चेकिंग कर रही हैं। विशेष रूप से दुपहिया वाहनों की डिक्की खोलकर तलाशी ली जा रही है। किसी भी संदिग्ध वस्तु या व्यक्ति को बिना जांच के आगे नहीं जाने दिया जा रहा।
SSB के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक इस मामले में कोई विशेष दिशा-निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं, लेकिन विभाग अपनी ओर से पूरी सतर्कता बरत रहा है। बॉर्डर पर आने-जाने वाली हर गतिविधि पर सुरक्षा एजेंसियां नजर बनाए हुए हैं ताकि किसी भी तरह की तस्करी को रोका जा सके।