प्रॉपर्टी विवाद से जुड़े बाप-बेटे के डबल मर्डर मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। बन्नादेवी थाना क्षेत्र के बरौला बाईपास पर परिजनों ने दोनों शव सड़क पर रखकर जोरदार जाम लगा दिया। परिजन हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग पर अड़े हुए हैं, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया।

अलीगढ़ में प्रॉपर्टी विवाद से जुड़े बाप-बेटे के डबल मर्डर मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। बन्नादेवी थाना क्षेत्र के बरौला बाईपास पर परिजनों ने दोनों शव सड़क पर रखकर जोरदार जाम लगा दिया। परिजन हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग पर अड़े हुए हैं, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बताया गया कि घटना वाले दिन बेटे की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पिता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। पिता की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने दोबारा सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने-बुझाने में जुट गई। परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा का आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक वे जाम नहीं खोलेंगे। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अलीगढ़ में प्रॉपर्टी विवाद से जुड़े बाप-बेटे के डबल मर्डर मामले ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है। बन्नादेवी थाना क्षेत्र के बरौला बाईपास पर परिजनों ने दोनों शव सड़क पर रखकर जोरदार जाम लगा दिया। परिजन हत्या के आरोपियों को फांसी देने की मांग पर अड़े हुए हैं, जिससे इलाके में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। बताया गया कि घटना वाले दिन बेटे की गोली लगने से मौके पर ही मौत हो गई थी, जबकि पिता गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था, जहां देर रात इलाज के दौरान उनकी भी मौत हो गई। पिता की मौत की खबर मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने दोबारा सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और परिजनों को समझाने-बुझाने में जुट गई। परिजनों का कहना है कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा का आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक वे जाम नहीं खोलेंगे। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की जांच तेजी से की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।