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Rudraprayag News: जब हर रास्ता बंद था… तब मेडिकल टीम बनी मसीहा, घर पर करवाई सुरक्षित डिलीवरी

जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र में हाल की भारी वर्षा से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई स्थानों पर संपर्क मार्ग टूट चुके हैं। आपदा जैसी स्थिति के बावजूद प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है और बिजली, पानी तथा स्वास्थ्य सेवाओं की बहाली तेजी से की जा रही है।
Post Published By: Poonam Rajput
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Rudraprayag News: जब हर रास्ता बंद था… तब मेडिकल टीम बनी मसीहा, घर पर करवाई सुरक्षित डिलीवरी

Rudraprayag: जनपद रुद्रप्रयाग के बसुकेदार क्षेत्र में हाल ही में हुई भारी वर्षा और अतिवृष्टि के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। कई जगहों पर संपर्क मार्ग टूट चुके हैं और आपदा जैसी स्थिति बनी हुई है। इसके बावजूद जिला प्रशासन और विभिन्न विभागों की टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में तेजी से जुटी हुई हैं। बिजली, पानी, स्वास्थ्य जैसी आवश्यक सेवाओं की बहाली प्राथमिकता के साथ की जा रही है।

मेडिकल टीम ने निभाई मानवता की मिसाल

इसी क्रम में जखोली ब्लॉक के बकसिर बंगड़ गांव में मेडिकल टीम ने एक 21 वर्षीय गर्भवती महिला की घर पर ही सुरक्षित डिलीवरी करवा कर सराहनीय कार्य किया है। संपर्क मार्ग टूटे होने के बावजूद टीम ने रात के समय विकट परिस्थितियों में गांव तक पहुंच बनाई और समय रहते महिला की मदद की। महिला, सक्षमा देवी पत्नी पंकज चंद, को देर रात तेज प्रसव पीड़ा होने की सूचना पर स्वास्थ्य विभाग तुरंत सक्रिय हुआ।

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रात में गांव पहुंची मेडिकल टीम

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. राम प्रकाश ने बताया कि सूचना मिलते ही प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जखोली, डॉ. खुशपाल सिंह के निर्देशन में एक मेडिकल टीम गठित की गई। इस टीम में डॉ. अयोध्या, फार्मासिस्ट प्रदीप साह और सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) मोहित शामिल थे। टीम ने रात में ही गांव पहुंचकर स्थानीय दाई की सहायता से सफल डिलीवरी करवाई। जच्चा और बच्चा दोनों स्वस्थ हैं, और महिला के परिजनों के संपर्क में स्वास्थ्य विभाग लगातार बना हुआ है।

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जिलाधिकारी ने दिए हैं सख्त निर्देश

वहीं, जिलाधिकारी प्रतीक जैन ने आपदा के इस समय में सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में विभागीय टीमें गठित की गई हैं और जिला स्तरीय अधिकारियों को नोडल बनाकर जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं, ताकि हर परिस्थिति में समय पर मदद पहुंचाई जा सके। बकसिर बंगड़ गांव की यह घटना बताती है कि आपदा जैसी विकट स्थिति में भी अगर इच्छाशक्ति और समर्पण हो, तो हर चुनौती को पार किया जा सकता है। मेडिकल टीम की तत्परता और सेवा भावना के चलते एक नया जीवन सुरक्षित जन्म ले सका, जो पूरे जनपद के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

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