महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज के जिले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. निलोत्पल कुमार ने संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक कार्यक्रम की समीक्षा की, जिसमें पाया गया कि दोनों कार्यक्रमों की प्रगति बेहद असंतोषजनक है। इस लापरवाही को लेकर उच्चाधिकारियों ने बैठक में नाराजगी भी जताई।
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार डॉ. कुमार ने पत्र के माध्यम से स्पष्ट किया है कि पूर्व में 24 जून 2025 और 30 जुलाई 2025 को भी सुधार संबंधी निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन उसके बाद भी कार्यों में कोई ठोस सुधार नहीं हुआ।
अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल
जानकारी के मुताबिक, यह रवैया अधिकारियों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़ा करता है और राजकीय कार्यों में उदासीनता को दर्शाता है। इसी कारण से अगस्त माह 2025 का वेतन अग्रिम रूप से रोक दिया गया है। साथ ही जिम्मेदार अधिकारी को अंतिम चेतावनी जारी करते हुए कहा गया है कि यदि भविष्य में सुधार नहीं हुआ तो विभागीय कार्यवाही हेतु प्रकरण महानिदेशालय को भेज दिया जाएगा। इस स्थिति में संपूर्ण जिम्मेदारी संबंधित अधिकारी की होगी।
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धीमी प्रगति से ग्रामीण क्षेत्रों में संचारी रोगों का खतरा बढ़ा
गौरतलब है कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान और दस्तक कार्यक्रम स्वास्थ्य विभाग के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं। इन अभियानों का उद्देश्य डेंगू, मलेरिया, कालाजार, जापानी इंसेफलाइटिस जैसी घातक बीमारियों की रोकथाम करना है। वहीं दस्तक कार्यक्रम के अंतर्गत स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर बच्चों के टीकाकरण, पोषण, स्वच्छता और रोगों से बचाव की जानकारी देते हैं। लेकिन महराजगंज में कार्यक्रमों की धीमी प्रगति से ग्रामीण क्षेत्रों में संचारी रोगों का खतरा बढ़ रहा है।
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