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Jwalapur News: हे भगवान! एक कड़ाही, दो स्वाद… लेकिन जब खुला राज तो मच गया बवाल

 ज्वालापुर स्थित एक रेस्टोरेंट में खाद्य सुरक्षा मानकों की खुल्लमखुल्ला अनदेखी सामने आई है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Jwalapur News: हे भगवान! एक कड़ाही, दो स्वाद… लेकिन जब खुला राज तो मच गया बवाल

ज्वालापुर : ज्वालापुर स्थित एक रेस्टोरेंट में खाद्य सुरक्षा मानकों की खुल्लमखुल्ला अनदेखी सामने आई है। रेस्टोरेंट में शाकाहारी और मांसाहारी व्यंजन एक ही कड़ाही में बनाए जा रहे थे। इस लापरवाही का खुलासा तब हुआ जब कुछ ग्राहकों को वेज ऑर्डर करने के बावजूद नॉनवेज परोस दिया गया। जब ग्राहकों ने खाना शुरू किया, तो उन्हें मांस का टुकड़ा दिखा, जिसके बाद वे भड़क उठे। देखते ही देखते मामला गरमा गया और मौके पर हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता भी पहुंच गए।

खाद्य सुरक्षा विभाग हरकत में

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक,   हंगामे की सूचना मिलते ही खाद्य सुरक्षा विभाग हरकत में आया। वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन मौके पर पहुंचे और तत्काल रेस्टोरेंट की रसोई का निरीक्षण शुरू किया। जांच के दौरान पाया गया कि एक ही बर्तन और तेल में शाकाहारी और मांसाहारी दोनों प्रकार के व्यंजन तैयार किए जा रहे थे। इससे न केवल धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची, बल्कि खाद्य स्वच्छता नियमों का भी खुला उल्लंघन हुआ।

रेस्टोरेंट परिसर में नोटिस चस्पा

निरीक्षण में यह भी सामने आया कि रेस्टोरेंट संचालक के पास वैध फूड लाइसेंस और पानी की गुणवत्ता संबंधी कोई प्रमाणपत्र नहीं था। अधिकारी ने तत्काल प्रभाव से रेस्टोरेंट में सभी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगा दी और रेस्टोरेंट को अग्रिम आदेशों तक बंद करने के निर्देश जारी किए। इसके साथ ही रेस्टोरेंट परिसर में नोटिस चस्पा कर दिया गया।

दोषी संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई

मौके पर मौजूद हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने इस घटना को धार्मिक आस्था से जुड़ा मामला बताते हुए प्रदर्शन किया। उन्होंने दोषी संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

वरिष्ठ खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन ने बताया कि इस तरह की घटनाएं उपभोक्ता के स्वास्थ्य और विश्वास दोनों के लिए घातक हैं। विभाग जल्द ही पूरे क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाकर अन्य रेस्टोरेंट की भी जांच करेगा। मामले की रिपोर्ट तैयार कर उच्च अधिकारियों को सौंप दी गई है।

स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस तरह की लापरवाही करने वाले व्यवसायियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई इस तरह से उपभोक्ताओं की आस्था और सेहत के साथ खिलवाड़ न कर सके।

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