नए साल पर नैनीताल में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने सख्त ट्रैफिक प्लान लागू किया है। शहर में एंट्री सिर्फ दो रास्तों से होगी, पार्किंग रूसी बैंड में तय की गई है और सैलानियों के लिए शटल सेवा चलाई जाएगी।

Nainital
Nainital: नैनीताल की ठंडी हवाओं और झीलों के बीच नए साल का जश्न मनाने का प्लान बना रहे सैलानियों के लिए इस बार तस्वीर थोड़ी बदली हुई है। भीड़, जाम और अव्यवस्था से सबक लेते हुए जिला प्रशासन ने पहले ही सख्त ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया है। नए साल पर उमड़ने वाली भारी भीड़ को देखते हुए नैनीताल में एंट्री सीमित रास्तों से ही दी जाएगी। मकसद साफ है- शहर को जाम से बचाना और जश्न को सुरक्षित बनाए रखना।
नैनीताल में एंट्री सिर्फ दो रास्तों से
प्रशासन की नई व्यवस्था के तहत इस बार नैनीताल में वाहनों की एंट्री सिर्फ दो रूट से होगी। देहरादून और दिल्ली की ओर से आने वाले पर्यटकों को सीधे रामनगर मार्ग से नैनीताल भेजा जाएगा। वहीं रुद्रपुर दिशा से आने वाले सैलानियों को पंतनगर रोड से लालकुआं, फिर गौला बाईपास होते हुए काठगोदाम से आगे बढ़ने की अनुमति मिलेगी। इससे शहर के भीतर अनावश्यक ट्रैफिक दबाव कम करने की कोशिश की जा रही है।
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भीड़ नियंत्रण के लिए बदला ट्रैफिक प्लान
प्रशासन का मानना है कि नए साल पर नैनीताल में वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है। ऐसे में अगर सभी रूट खुले रखे गए तो शहर के अंदर जाम की स्थिति बन सकती है। इसी वजह से ट्रैफिक को डायवर्ट कर बाहरी इलाकों में ही नियंत्रित करने की रणनीति अपनाई गई है।
पार्किंग बनी सबसे बड़ी चुनौती
मंगलवार को एसपी यातायात डॉ. जगदीश चंद्र ने प्रेस से बातचीत में बताया कि नैनीताल के भीतर पार्किंग हर साल सबसे बड़ी समस्या बन जाती है। इस बार सैलानियों को अपने वाहन रूसी-1 और रूसी-2 बैंड में ही पार्क करने होंगे। शहर के अंदर निजी वाहनों को ले जाने की अनुमति नहीं होगी।
शटल सेवा से टूरिस्ट पॉइंट्स तक सफर
एसपी यातायात ने बताया कि पार्किंग स्थल से पर्यटकों को शटल सेवा के जरिए नैनीताल के प्रमुख टूरिस्ट पॉइंट्स तक पहुंचाया जाएगा। इससे न सिर्फ जाम की समस्या कम होगी, बल्कि पर्यटकों को भी आसानी से घूमने का मौका मिलेगा।
पर्यटकों से की गई खास अपील
डॉ. जगदीश चंद्र ने बाहर से आने वाले सैलानियों से अपील की कि वे धार्मिक स्थलों और स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें। साथ ही लंबी दूरी तय कर आने वाले ड्राइवरों को बीच-बीच में आराम करने की सलाह दी गई है। उन्होंने साफ कहा कि भीड़ के समय ओवरटेक से बचें, क्योंकि छोटी-सी लापरवाही बड़ा हादसा बन सकती है।