Nainital: नैनीताल जिले में साइबर ठगी पर लगाम कसने के लिए चलाए जा रहे अभियान का असर अब साफ दिखाई देने लगा है। एसएसपी मंजूनाथ टी सी ने कुछ समय पहले जिले के सभी थाना और चौकी प्रभारियों को साफ हिदायत दी थी कि साइबर अपराध की हर शक्ल पर बिना देर किए कार्रवाई हो। इन्हीं निर्देशों को आधार बनाकर तल्लीताल पुलिस की टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल कर ली है। एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश हुआ है, जो लोगों के मोबाइल में भेजी जाने वाली फर्जी APK फाइल के जरिए उनका पूरा फोन अपने कब्जे में कर लेता था और फिर बैंकिंग लेन-देन पर पैठ बनाकर खातों को ठगी के लिए इस्तेमाल करता था।
कई नंबर और खाते संदिग्ध निकले
यह पूरी कार्रवाई रात के समय भेडियापखाण मोड़ के पास तब शुरू हुई, जब तल्लीताल थाना प्रभारी मनोज सिंह नयाल के नेतृत्व में चेकिंग के दौरान एक नेक्सॉन कार को रोका गया। गाड़ी में बैठे चार लोग पुलिस की नजर में संदिग्ध लगे, जिसके बाद उनकी तलाशी ली गई। कार से मोबाइल फोन, सिम कार्ड, कार्ड दस्तावेज और QR कोड जैसी कई ऐसी चीजें मिलीं, जिन्होंने पुलिस की शंका को पक्का कर दिया। जब पुलिस ने अलग-अलग मिले दस्तावेजों और QR कोड की जांच की तो कई नंबर और खाते संदिग्ध निकले।
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पूछताछ में चारों युवकों ने स्वीकार किया कि वह सोशल मीडिया के जरिए APK फाइल भेजकर लोगों के फोन में घुसपैठ कर लेते थे। फोन हैक होने के बाद पीड़ित के बैंक खातों में आने-जाने वाला हर पैसा उनकी पकड़ में आ जाता था और वे कमीशन के लालच में उस रकम को अलग-अलग म्यूल खातों में भेज देते थे, जिन्हें वे ‘होल्डर’ कहते थे, ताकि किसी तरह पुलिस तक उनकी कड़ियां न पहुंच पाएं।
जांच में एक QR कोड ऐसा मिला जो दिल्ली के शाहदरा थाना क्षेत्र में दर्ज एक साइबर ठगी के मुकदमे से जुड़ा हुआ है। इस मामले की जानकारी दिल्ली पुलिस के साथ साझा की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क को जोड़ा जा सके। शुरुआती जांच में पुलिस को यह भी पता चला है कि गैंग द्वारा इस्तेमाल किए गए बैंक खातों में तीन करोड़ से ज्यादा, यानी लगभग 3,37,22,881 रुपये का लेनदेन हुआ है, जिसकी पूरी विवेचना अब तेज कर दी गई है।
गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान
गिरफ्तार किए गए युवकों की पहचान राजस्थान, बुलंदशहर, गाजियाबाद और गुरुग्राम के रहने वालों के रूप में हुई है। इनके कब्जे से महंगे स्मार्टफोन, कीपैड फोन, अलग-अलग बैंकों के कार्ड और बड़ी संख्या में सक्रिय सिम बरामद किए गए हैं। पुलिस ने जिस कार में ये चारों घूम रहे थे, उसे भी सीज कर दिया है।
साइबर ठगी के इस जाल को पकड़ने में तल्लीताल पुलिस और साइबर सैल की टीम ने अहम भूमिका निभाई। एसएसपी नैनीताल ने पूरी कार्रवाई को सफलतापूर्वक अंजाम देने वाली टीम को उत्साहवर्धन के तौर पर पांच हजार रुपये का इनाम दिया है।

