Pratapgarh News: बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन आज भले ही मुंबई के जलसा बंगले में रहते हों, लेकिन उनकी जड़ें उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ ज़िले में हैं। कम ही लोग जानते हैं कि उनका पैतृक गांव, बाबूपट्टी, प्रतापगढ़ में स्थित है। इसके बावजूद, अमिताभ बच्चन वर्षों से अपने गांव नहीं गए हैं और यही सवाल आज भी लोगों के मन में उठता है कि आखिर क्यों?
प्रतापगढ़ का बाबूपट्टी गांव
अमिताभ बच्चन का परिवार मूल रूप से प्रतापगढ़ के बाबूपट्टी गांव का रहने वाला है। उनके पिता हरिवंश राय बच्चन इसी गांव के मूल निवासी थे, जो बाद में इलाहाबाद चले गए और शिक्षा-लेखन की दुनिया में नाम कमाया। अमिताभ ख़ुद इलाहाबाद में पले-बढ़े और फिर फ़िल्मी दुनिया में कदम रखा। कहा जाता है कि जैसे-जैसे अमिताभ का फ़िल्मी करियर नई ऊँचाइयों पर पहुँचा, गाँव से उनका संपर्क धीरे-धीरे कम होता गया।
महानायक अमिताभ बच्चन से इस गांव का जुड़ाव
स्थानीय लोगों के अनुसार, गांव वाले आज भी अपने “बाबूजी के बेटे” की एक झलक पाने के लिए तरसते हैं। कई बार अफ़वाहें फैलीं कि वह लौटेंगे, लेकिन वह दिन कभी नहीं आया। वैसे इस गांव बारे में जानने के लिए कुछ खास नहीं है लेकिन बॉलीवुड के महानायक Amitabh Bachchan से इस गांव का जुड़ाव होना इस जगह को खास बना देता है, क्योंकि इस गांव में इनके पिता का जन्म हुआ था, बाबू पट्टी गांव में दिवंगत कवि से जुड़ी काफी चीजे हुई थी।
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व्यक्तिगत रूप से गांव का दौरा
जानकारी के मुताबिक, अमिताभ ने अपने गांव के विकास के लिए कई बार आर्थिक मदद की है, जिसमें स्कूलों और सड़कों के निर्माण में योगदान भी शामिल है। हालांकि, उन्होंने कभी व्यक्तिगत रूप से गांव का दौरा नहीं किया।
आखिर क्यों नहीं जा रहे गांव?
कुछ लोगों का मानना है कि सुरक्षा कारणों और फिल्मों में व्यस्तता के कारण वे यहां नहीं आ पा रहे हैं, जबकि कुछ का तर्क है कि मुंबई उनके जीवन का केंद्र बन गया है। इसके बावजूद, प्रतापगढ़ के लोग आज भी उस दिन का इंतज़ार कर रहे हैं जब उनका “अमित” अपने गांव लौटेगा और अपने बचपन की मिट्टी का अनुभव करेगा।

