

अलीगढ़ में मुकदमा ख़त्म कराने के नाम पर दरोगा व सिपाही ने मांगी ₹25 हजार रिश्वत, पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
अलीगढ़ रिश्वतखोरी मामला
अलीगढ़: थाना क्वार्सी क्षेत्र के नगला पटवारी चौकी में एक हैरान कर देना वाला मामला सामने आया है। जहां एक तरफ योगी सरकार कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने की बात कर रही है, वहीं उनके ही पुलिसकर्मी जनता को लूट-लूट कर खा रहे हैं। नगला पटवारी चौकी में मुकदमा खत्म कराने के नाम पर सिपाही ने ₹25000 की रिश्वत मांगी है। युवक का आरोप है कि पुलिस ने उसे पर मारपीट के मामले में एक मुकदमा दर्ज कर दिया था। जिसको खत्म करने के लिए दरोगा और सिपाही ने युवक से रिश्वत की मांग करने लगे।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, युवक जब मुकदमे की बातचीत करने चौकी पहुंचा तो चौकी पर मौजूद सिपाही ने ₹25000 की मांग की। युवक द्वारा बातचीत का पूरा वीडियो मोबाइल के कैमरे में कैद कर लिया गया और पूरे मामले की शिकायत पीड़ित युवक के द्वारा शुक्रवार को एसपी सिटी से की गई है। फिलहाल मुकदमा खत्म करने के नाम पर सिपाही द्वारा ₹25000 की मांगी गई रिश्वत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।
यह वीडियो शनिवार दोपहर 2:00 बजे सामने आया है जब पीड़ित युवक की किसी भी व्यक्ति ने मदद नहीं की तो वही एक कांग्रेसी नेता यूनिस आगा ने हाथ बढ़ाया उसकी मदद के लिए और उसे व्यक्ति को लेकर एसपी सिटी के कार्यालय पहुंच गया सी सिटी के कार्यालय पहुंचकर दरोगा और सिपाही के खिलाफ ऑडियो और वीडियो एसपी सिटी को शॉप डालें हालांकि अभी तक पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है पीड़ित युवक ने मुख्यमंत्री और एसएसपी से रिश्वतखोर दरोगा और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है और अपने मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
अब देखना ये होगा कि इस युवक को पुख्ता सबूत के बाद भी कब तक न्याय मिलता है। हालाँकि आये दिन ऐसे रिश्वत खोरी के मामले सामने आते रहते हैं। जिसको लेकर हर किसी को जागरुक रहने की जरुरत है क्योंकि ऐसे पदाधिकारी आम जनता का शोषण कर रहे होते हैं, समाज में ऐसे जागरुक लोग ही भ्रष्टाचार को कम करने में मददगार साबित होते हैं। भ्रष्टाचार से ज्यादातर गरीबों का शोषण होता है क्योंकि उनके पास शिक्षा और जागरुकता दोनों का आभाव होता है।
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