

ग्रेटर नोएडा वेस्ट की आबादी 7 लाख के पार पहुंच चुकी है, लेकिन अब तक यहां कोई श्मशान घाट नहीं था। अंतिम संस्कार के लिए लोगों को नोएडा या गाजियाबाद जैसे दूरस्थ इलाकों का रुख करना पड़ता था। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इस बड़ी समस्या का समाधान निकालते हुए बिसरख क्षेत्र में 10 करोड़ रुपये की लागत से आधुनिक श्मशान घाट बनाने का फैसला किया है। इसका निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा और डेढ़ साल में पूरा हो जाएगा।
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Greater Noida: आबादी 7 लाख से अधिक, गगनचुंबी इमारतें, चौड़ी सड़कें, बड़े-बड़े मॉल और हर आधुनिक सुविधा से लैस ग्रेटर नोएडा वेस्ट में एक बुनियादी जरूरत अब तक अधूरी थी श्मशान घाट। अब इस बड़ी समस्या का समाधान निकलने जा रहा है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बिसरख क्षेत्र में एक आधुनिक और सुविधायुक्त श्मशान घाट बनाने का निर्णय लिया है, जिसकी लागत लगभग 10 करोड़ रुपये होगी।
लोगों को करना पड़ता था लंबा सफर
अब तक यहां के निवासियों को अपने परिजनों का अंतिम संस्कार करने के लिए गाजियाबाद, नोएडा सेक्टर-94 या ग्रेटर नोएडा के साकीपुर तक जाना पड़ता था। जो कि 20-25 किलोमीटर दूर हैं। इस दौरान न केवल भावनात्मक कष्ट बल्कि समय और संसाधनों की भारी समस्या भी सामने आती थी। यह एक ऐसी विडंबना थी, जहां एक तरफ क्षेत्र स्मार्ट सिटी बनने की ओर अग्रसर है। वहीं जीवन के अंतिम पड़ाव के लिए कोई स्थायी समाधान नहीं था।
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अब मिलेगा स्थानीय श्मशान घाट
प्राधिकरण द्वारा जारी जानकारी के मुताबिक बिसरख क्षेत्र में बनने वाले इस श्मशान घाट की टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण कार्य वर्क सर्किल-3 के अंतर्गत शुरू किया जाएगा। यह परियोजना अगले 18 महीनों में पूरी हो जाएगी।
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ये सुविधाएं होंगी
इस श्मशान घाट में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी जैसे 40 दाह संस्कार प्लेटफॉर्म, एक मंदिर, लकड़ी भंडारण गोदाम, प्रार्थना सभा स्थल, सीसी रोड (सुव्यवस्थित मार्ग) और 120 वाहनों की पार्किंग सुविधा आदि होंगी।
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सुरक्षा के लिए चारदीवारी
प्राधिकरण का दावा है कि अंतिम संस्कार करने आए परिवारों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। इसके लिए इसे सुविधाजनक, शांत और व्यवस्थित वातावरण में बनाया जाएगा।
लंबे संघर्ष के बाद मिली मंजूरी
ग्रेटर नोएडा वेस्ट में रहने वाले हजारों परिवार इस मांग को वर्षों से उठा रहे थे। हाल ही में स्थानीय निवासियों के प्रतिनिधिमंडल ने प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार से मुलाकात कर इस विषय को गंभीरता से उठाया। इसके तुरंत बाद सीईओ ने संबंधित विभाग को इस दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए और अब जाकर यह मांग मूर्त रूप लेने जा रही है।
निवासियों ने जताई खुशी
स्थानीय निवासी इस निर्णय से बेहद खुश हैं। उनका कहना है कि यह न केवल एक ज़रूरी सुविधा है बल्कि इससे लोगों की भावनात्मक पीड़ा भी कुछ हद तक कम होगी। एक निवासी ने कहा, “अब अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए लंबा सफर नहीं करना पड़ेगा, ये हमारे लिए बड़ी राहत है।”