

लक्ष्मीपुर के एक गांव में दो महीने मे ही इंटरलॉकिंग रोड का अप्रोच उखड़ गया है, जिससे ग्रामीणो को काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी खबर
दो महीने में ही उखड़ने लगी इंटरलॉकिंग रोड
महराजगंज: जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लॉक के मझौली गांव में हाल ही में बने इंटरलॉकिंग रोड का अप्रोच मात्र दो महीने में ही उखड़ने लगा है, जिससे ग्रामीणों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। इस रोड का निर्माण ग्रामीणों की आवाजाही को सुगम बनाने के लिए किया गया था, लेकिन इसकी खराब गुणवत्ता और निर्माण में मानकों की अनदेखी ने इसके उद्देश्य पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, ग्रामीणों का आरोप है कि अप्रोच के किनारे लगाई गई इंटरलॉकिंग ईंटें कई जगह भसक गई हैं, जिससे रोड की स्थायित्व और निर्माण की गुणवत्ता पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
दो महीने पहले पूरा हुआ था काम
दरअसल, मझौली गांव के पिपरहिया पोखरी के पास बने इस आरसीसी रोड का निर्माण लगभग दो महीने पहले पूरा हुआ था। ग्रामीणों का कहना है कि अगर निर्माण के दौरान मानकों का पालन किया जाता और अप्रोच के किनारे मिट्टी को ठीक ढंग से पाटा जाता, तो आज यह स्थिति नहीं होती। उनका यह भी आरोप है कि निर्माण में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया, जिसके कारण इंटरलॉकिंग ईंटें जगह-जगह खिसक रही हैं और रोड का किनारा टूट रहा है।
महराजगंज : लक्ष्मीपुर में इंटरलॉकिंग रोड पर घटिया निर्माण का आरोप
➡️ बनते ही उखड़ने लगा अप्रोच रोड
➡️ ग्रामीणों ने जताई नाराजगी, जिम्मेदारों पर उठाए सवाल
➡️ अधिकारियों से जांच व कार्रवाई की मांग @DmMaharajganj #UttarPradesh #Maharajganj pic.twitter.com/aoME0rNOwb— डाइनामाइट न्यूज़ हिंदी (@DNHindi) June 13, 2025
ग्रामीणों ने लगाया आरोप
वहीं एक ग्रामीण ने बताया कि अगर ये मानक के तरीके से बनता तो जितना बजट इस पर खर्च हुआ हैं, इस तरीके से हाल नही होता, अब दिन- प्रतिदिन ये जगह-जगह से उखड़ता जा रहा।
स्थानीय निवासियों ने यह भी बताया कि रोड के निर्माण के लिए जो बजट आवंटित किया गया था, उसका सही उपयोग नहीं हुआ। उनका कहना है कि अगर निर्माण कार्य मानक के अनुसार हुआ होता, तो इतने कम समय में रोड की यह हालत नहीं होती। दिन-प्रतिदिन रोड की स्थिति बदतर होती जा रही है, जिससे न केवल ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। ग्रामीणों ने प्रशासन से इस मामले की जांच और रोड की मरम्मत की मांग की है।
प्रधान प्रतिनिधि ने दी सफाई
इस संबंध में गांव के प्रधान प्रतिनिधि ने सफाई दी कि रोड के किनारे किसानों के खेत हैं, जिन्होंने अप्रोच के पास मिट्टी डालने से मना कर दिया था। उन्होंने यह भी कहा कि रोड के मोड़ पर ट्रैक्टर और ट्रॉली के दबाव के कारण कुछ जगहें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। हालांकि, उन्होंने आश्वासन दिया कि जहां भी दिक्कत है, उसे जल्द ठीक कराया जाएगा।