

फोन कॉल और सोशल मीडिया के जरिए भेजी गई इस धमकी ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
लॉरेंस बिश्नोई (सोर्स: इंटरनेट)
गाजियाबाद: दिल्ली-एनसीआर में कुख्यात लॉरेंस बिश्नोई गैंग का खौफ लगातार बढ़ता जा रहा है। ताजा मामला गाजियाबाद के टीला मोड़ थाना क्षेत्र से सामने आया है, जहां कांग्रेस के एक प्रदेश स्तरीय नेता और प्रॉपर्टी कारोबारी अकबर चौधरी को गैंग के नाम पर जान से मारने की धमकी दी गई है। फोन कॉल और सोशल मीडिया के जरिए भेजी गई इस धमकी ने इलाके में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने इस संबंध में दो नामजद समेत अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच तेज कर दी है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार, टीला मोड़ क्षेत्र के पसौंडा स्थित ईदगाह रोड निवासी अकबर चौधरी कांग्रेस के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव हैं। पार्षद पद के लिए चुनाव भी लड़ चुके हैं। इसके साथ ही वह प्रॉपर्टी कारोबार से भी जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि 6 जून की सुबह करीब 11 बजे उन्हें एक अनजान नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को लॉरेंस बिश्नोई गिरोह का सदस्य बताते हुए कहा कि अकबर की सारी जानकारी गिरोह तक पहुंच चुकी है और उन्हें अगले 10 दिनों के भीतर जान से मार दिया जाएगा।
कॉल करने वाले ने बताया खुद को गिरोह से जुड़ा
फोन पर धमकी देने वाले शख्स ने खुद को दिल्ली के दक्ष चौधरी और अनु चौधरी का दोस्त बताया। वहीं, इंस्टाग्राम पर एक अन्य व्यक्ति शेखर शर्मा ने भी अकबर चौधरी को जान से मारने की धमकी दी। इससे पहले भी अकबर चौधरी ने कुछ संदिग्ध गतिविधियों को लेकर अनु चौधरी और मनीष नामक व्यक्ति के खिलाफ शिकायत दी थी। तब उन्होंने पुलिस को कुछ ऑडियो क्लिप भी सौंपी थीं, जिसके आधार पर मनीष को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था, जबकि अनु चौधरी को जमानत मिल गई थी।
पुलिस ने दर्ज किया केस
पीड़ित की तहरीर के आधार पर पुलिस ने अनु चौधरी, दक्ष चौधरी और शेखर शर्मा के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, दक्ष चौधरी इस समय दिल्ली की जेल में बंद है और अनु चौधरी की तलाश जारी है। धमकी देने में इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबर और सोशल मीडिया अकाउंट की तकनीकी जांच कराई जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही मामले में बड़ा खुलासा किया जाएगा।
एनसीआर में बिश्नोई गैंग के स्लीपर सेल सक्रिय होने की आशंका
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही हापुड़ जिले में यूपी एसटीएफ ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक शूटर को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके बाद से ही वेस्टर्न यूपी और एनसीआर में गैंग के स्लीपर सेल की मौजूदगी को लेकर पुलिस अलर्ट मोड में है। गाजियाबाद समेत एनसीआर के कई जिलों में बिश्नोई गैंग के नाम से रंगदारी मांगने, धमकियां देने और हत्या की साजिश के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
पुलिस और एसटीएफ अलर्ट
गाजियाबाद पुलिस और यूपी एसटीएफ इस मामले को गंभीरता से ले रही है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नेटवर्क, उसके सहयोगियों और स्लीपर सेल की तलाश के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में खुफिया स्तर पर छानबीन की जा रही है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि इस तरह की धमकियों के पीछे संगठित गिरोहों की रणनीति हो सकती है, जो प्रॉपर्टी कारोबारियों और राजनेताओं को निशाना बनाकर डर और दबाव का माहौल बनाना चाहते हैं।