हिंदी
देवरिया पुलिस ने इस मामले को “ऑपरेशन कन्विक्शन” के तहत गंभीरता से लिया। थाना लार की टीम ने सबूतों को सुसंगत रूप से इकट्ठा कर, पीड़िता के बयान, चिकित्सकीय रिपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के आधार पर मजबूत चार्जशीट तैयार की। इसके बाद विशेष लोक अभियोजक सच्चिदानंद राय ने अदालत में मामले की प्रभावशाली पैरवी की।
Symbolic Photo
Deoria News: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में एक नाबालिग छात्रा के साथ दुष्कर्म के मामले में स्थानीय अदालत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी को 20 वर्ष के सश्रम कारावास और 20 हजार रुपये के अर्थदंड की सजा सुनाई है। यह फैसला न्यायालय ने "ऑपरेशन कन्विक्शन" के तहत पुलिस की प्रभावी और मजबूत पैरवी के बाद सुनाया।
क्या था मामला?
घटना 20 अक्टूबर 2020 की है, जब धनंजय वर्मा उर्फ धन्नू वर्मा (एक कोचिंग संस्थान में शिक्षक) ने अपनी ही शिष्या के साथ दुष्कर्म कर गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते को शर्मसार किया। पीड़िता की तहरीर पर थाना लार में मु.अ.सं. 272/2020 के तहत आरोपी के खिलाफ धारा 363/376 भादंवि एवं ¾ पॉक्सो एक्ट के अंतर्गत मुकदमा दर्ज किया गया था।
पुलिस की मजबूत पैरवी
देवरिया पुलिस ने इस मामले को "ऑपरेशन कन्विक्शन" के तहत गंभीरता से लिया। थाना लार की टीम ने सबूतों को सुसंगत रूप से इकट्ठा कर, पीड़िता के बयान, चिकित्सकीय रिपोर्ट और अन्य दस्तावेजों के आधार पर मजबूत चार्जशीट तैयार की। इसके बाद विशेष लोक अभियोजक सच्चिदानंद राय ने अदालत में मामले की प्रभावशाली पैरवी की। इस प्रक्रिया में कोर्ट मुहर्रिर महिला कांस्टेबल मदालसा सिंह और पैरवीकार कांस्टेबल रजनीश कुमार का भी सराहनीय योगदान रहा, जिन्होंने पूरी कानूनी प्रक्रिया को समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ाया।
अदालत का सख्त रुख
अदालत ने आरोपी धनंजय वर्मा को दोषी करार देते हुए 20 वर्ष का कठोर कारावास और ₹20,000 का अर्थदंड सुनाया। अदालत ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि नाबालिग छात्रा के साथ गुरु जैसे भरोसेमंद व्यक्ति द्वारा किया गया अपराध समाज के लिए "घोर कलंक" है और ऐसे मामलों में कोई नरमी नहीं बरती जा सकती।
पुलिस का बयान
देवरिया पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस फैसले से यह संदेश गया है कि महिला एवं बाल अपराधों के मामलों में त्वरित न्याय और कठोर सजा सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता है। "ऑपरेशन कन्विक्शन" के माध्यम से न्यायालय में प्रभावी पैरवी कर ऐसे मामलों में जल्द से जल्द सजा दिलाई जा रही है।