रायबरेली में कोडीन कफ सिरप रैकेट का खुलासा! मेडिकल स्टोर संचालक पर करोड़ों की हेराफेरी का आरोप, दुकान सील

रायबरेली में कोडीन कफ सिरप के हाई प्रोफाइल केस में बड़ा खुलासा हुआ है। अजय फार्मा संचालक दिवाकर सिंह और मेडिसिन हाउस के प्रियांशु गौतम पर नशीले सिरप की अवैध बिक्री का गंभीर आरोप है। जांच में संदिग्ध बिल बरामद हुए, जबकि दोनों आरोपी फरार हैं।

Post Published By: Tanya Chand
Updated : 8 December 2025, 3:41 PM IST

Raebareli: कोडीन कफ सिरप के हाई प्रोफाइल नेटवर्क की जांच अब रायबरेली तक पहुंच चुकी है। लखनऊ और वाराणसी में कार्रवाई के बाद एसटीएफ एवं पुलिस को रायबरेली के मेडिकल कारोबारी दिवाकर सिंह पर शक गहरा गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, यह आरोप है कि उन्होंने नशीली कफ सिरप की सप्लाई करवा कर करोड़ों रुपये की अवैध कमाई की है। मामला सामने आने के बाद जिले के मेडिकल कारोबारियों में हड़कंप मचा हुआ है।

अजय फार्मा पर छापेमारी

ड्रग इंस्पेक्टर शिवेंद्र प्रताप सिंह के अनुसार, जांच के दौरान थाना मिल एरिया स्थित कल्लू का पुरवा में संचालित अजय फार्मा पर छापेमारी की गई। मौके से कोडीन कफ सिरप तो नहीं मिला, लेकिन दुकान से संदिग्ध क्रय-विक्रय बिलों का बड़ा जखीरा बरामद हुआ। इन बिलों में लखनऊ, उन्नाव और श्रावस्ती की कई फर्मों के नाम दर्ज थे। जानकारी यह भी मिली कि जिन फर्मों से कथित तौर पर कफ सिरप की खरीद दिखाई गई, उनमें से कुछ काफी समय से बंद थीं।

उन्नाव की वह फर्म जिसके बिल अजय फार्मा के रिकॉर्ड में मिले, पिछले एक साल से बंद बताई जा रही है और वहां अब एक कोचिंग सेंटर संचालित हो रहा है। इससे ड्रग विभाग को संदेह है कि खरीद-बिक्री के फर्जी बिल तैयार कर बड़े पैमाने पर नशीली कफ सिरप की कालाबाजारी की जा रही थी।

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जांच के लिए फार्मा संचालक तलब

जब जांच के लिए अजय फार्मा संचालक दिवाकर सिंह को तलब किया गया तो वह फरार हो गए। कई नोटिस भेजने के बाद भी वे जांच में शामिल नहीं हुए। इसके बाद 18 अक्टूबर 2025 को ड्रग इंस्पेक्टर ने दिवाकर सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवा दिया और दुकान को सील कर दिया गया।

इसी कड़ी में लालगंज कस्बे स्थित 'मेडिसिन हाउस' का नाम भी जांच में सामने आया। इसके संचालक प्रियांशु गौतम को भी नोटिस जारी कर जवाब देने के लिए बुलाया गया, लेकिन वे भी पेश नहीं हुए। जिसके चलते नवंबर माह में उनके खिलाफ भी केस दर्ज कर दिया गया। दोनों ही संचालक अब तक फरार बताए जा रहे हैं।

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ड्रग इंस्पेक्टर ने दी जानकारी

ड्रग इंस्पेक्टर शिवेंद्र सिंह ने बताया कि रायबरेली में मिली यह संदिग्ध गतिविधियां कोडीन सिरप की एक बड़ी अवैध सप्लाई चैन की ओर इशारा करती हैं। दोनों मेडिकल स्टोरों द्वारा दिए गए बिलों में कई विसंगतियां मिली हैं और यह स्पष्ट संकेत है कि लंबे समय से नशीले सिरप का सौदा अवैध तरीके से चल रहा था। पुलिस और एसटीएफ लगातार छापेमारी कर रही है और दिवाकर और प्रियांशु की तलाश जारी है। अधिकारियों का कहना है कि दोनों के पकड़े जाने के बाद यह नेटवर्क और भी बड़ा खुलासा कर सकता है।

Location : 
  • Raebareli

Published : 
  • 8 December 2025, 3:41 PM IST