

मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र में लूट की वारदात के बाद लापरवाही बरतने वाली थाना प्रभारी इंदू कुमारी को SSP ने लाइन हाजिर कर दिया है। महिला को बंधक बनाकर की गई लूट की घटना को थाना प्रभारी ने ‘चोरी’ बताया और मौके पर नहीं पहुंचीं। एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए इसे गंभीर लापरवाही माना। अब पुलिस ने मामले में गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी इंदू कुमारी
Meerut News: मेरठ जिले के बहसूमा थाना क्षेत्र में लूट की एक गंभीर वारदात के बाद थाना प्रभारी इंदू कुमारी को लापरवाही के चलते लाइन हाजिर कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) डॉ. विपिन ताडा ने यह कार्रवाई तब की, जब उन्होंने पाया कि थाना प्रभारी महिला को बंधक बनाकर लूट की सूचना मिलने के बावजूद मौके पर नहीं पहुंची थी और घटना को गंभीरता से नहीं लिया गया।
क्या है मामला?
घटना रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात की है, जब बहसूमा थाना क्षेत्र के अस्सा गांव में लकड़ी के ठेकेदार किलो सिंह के घर पर बदमाशों ने धावा बोल दिया। पीड़ित ने बताया कि रात में बारिश हो रही थी और जब वह टॉयलेट के लिए बाहर गए, तभी 2-3 अज्ञात बदमाश घर में घुस आए। बदमाशों ने उनकी 57 वर्षीय पत्नी किलोवती को चारपाई से बांध दिया और संदूक का ताला तोड़कर करीब 90 हजार रुपये नकद और सोने-चांदी के जेवरात लूट लिए। करीब 10 मिनट बाद जब किलो सिंह लौटे तो उन्होंने अपनी पत्नी को बंधा देखा और शोर मचाया। आवाज सुनकर आसपास के ग्रामीण और बेटे के परिवार के लोग मौके पर पहुंचे। इसके बाद डायल-112 पर सूचना दी गई, जिसके बाद पुलिसकर्मी घटनास्थल पर पहुंचे।
थाना प्रभारी क्यों नहीं पहुंचीं?
इस पूरी वारदात में सबसे ज्यादा सवाल थाना प्रभारी इंदू कुमारी की भूमिका को लेकर उठे। पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गंभीर वारदात की सूचना देने के बावजूद इंदू कुमारी खुद मौके पर नहीं पहुंचीं और इस मामले को ‘चोरी’ के तहत दर्ज कर लिया।
थाना प्रभारी ने क्या जवाब दिया?
SSP के पूछने पर थाना प्रभारी ने जवाब दिया कि उनके पास सरकारी जीप उपलब्ध नहीं थी और रात 3 बजे इतनी दूर जंगल में स्कूटी से जाना संभव नहीं था। उन्होंने कहा कि डायल-112 की पुलिस टीम जीप से मौके पर पहुंच गई थी और उन्हें बुलाना संभव नहीं था।
SSP ने दिखाई सख्ती
फोरेंसिक टीम ने सोमवार को मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और जांच में सामने आया कि यह महज चोरी नहीं बल्कि लूट की वारदात थी, जिसमें पीड़िता को बंधक बनाकर नकदी और जेवरात लूटे गए थे। इसी लापरवाही और घटना को हल्के में लेने की मानसिकता पर SSP डॉ. विपिन ताडा ने सख्त रुख अपनाते हुए थाना प्रभारी इंदू कुमारी को लाइन हाजिर कर दिया। उनका मानना था कि ऐसे मामलों में पुलिस अधिकारी की संवेदनशीलता और तत्परता बेहद जरूरी होती है।
थाना प्रभारी ने मानी लापरवाही
कार्रवाई के बाद इंदू कुमारी ने माना कि उन्हें मौके पर जाना चाहिए था और यह लापरवाही उनकी तरफ से हुई है। उन्होंने स्वीकार किया कि परिस्थितियां भले कुछ रही हों, लेकिन ऐसे मामलों में तत्काल कार्रवाई आवश्यक होती है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने अब इस मामले में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। फोरेंसिक रिपोर्ट और ग्रामीणों के बयान के आधार पर जांच की जा रही है। उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।