महराजगंज जिले में आंगनबाड़ी के माध्यम से अनुपूरक पुष्टाहार (THR) वितरण में गंभीर लापरवाही सामने आई है। शासन के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद FRS प्रणाली से शत-प्रतिशत वितरण नहीं होने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सख्त रुख अपनाया है।

आगंनबाड़ी केंद्र
Maharajganj: महराजगंज जनपद में आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से वितरित किए जाने वाले अनुपूरक पुष्टाहार (THR) को लेकर बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई सामने आई है। शासन द्वारा निर्धारित FRS (फेस रिकग्निशन सिस्टम) प्रणाली से शत-प्रतिशत THR वितरण सुनिश्चित करने के निर्देशों के बावजूद जिले में बेहद खराब प्रगति पाए जाने पर जिला कार्यक्रम अधिकारी ने सख्त कदम उठाया है।
निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, उत्तर प्रदेश द्वारा 25 नवंबर को जारी पत्र में स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि THR का वितरण केवल FRS प्रणाली के माध्यम से ही किया जाए। इसके बावजूद जनपद की अधिकांश परियोजनाओं में मैनुअल वितरण जारी रहा। समीक्षा में सामने आया कि कई परियोजनाओं में FRS से वितरण की स्थिति बेहद चिंताजनक है।
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22 दिसंबर 2025 को पोषण ट्रैकर के माध्यम से की गई समीक्षा में खुलासा हुआ कि जिले में कुल 1,38,663 पात्र लाभार्थियों के सापेक्ष मात्र 25.91 प्रतिशत THR वितरण ही FRS प्रणाली से किया गया है। धानी, बृजमनगंज, पनियरा, सिसवा जैसी परियोजनाओं में स्थिति और भी खराब पाई गई, जहां प्रतिशत दहाई अंक तक भी नहीं पहुंच सका।
इससे पहले भी 29 नवंबर, 11 दिसंबर और 15 दिसंबर 2025 को लगातार नोटिस और चेतावनी जारी की जा चुकी थी, लेकिन इसके बावजूद न तो वितरण में सुधार हुआ और न ही खराब प्रदर्शन करने वाली आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के खिलाफ कोई कार्रवाई प्रस्तावित की गई।
लगातार लापरवाही को गंभीर मानते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी ने समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों का वेतन अग्रिम आदेशों तक अवरुद्ध कर दिया है। साथ ही सभी अधिकारियों एवं मुख्य सेविकाओं से तत्काल स्पष्टीकरण मांगा गया है। आदेश में स्पष्ट किया गया है कि यदि आगामी समीक्षा में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ तो संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई की संस्तुति शासन स्तर तक भेजी जाएगी।
इस कार्रवाई के बाद बाल विकास विभाग में हड़कंप मच गया है। प्रशासनिक सख्ती को लेकर विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों में चर्चाओं का दौर तेज हो गया है।