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Maharajganj DM का सख्त रुख: तीन महीने में पूरा हो जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट, दिए कड़े निर्देश

जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा ने ग्राम पंचायत चेहरी का दौरा कर जल जीवन मिशन परियोजना और अस्थाई गोआश्रय स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्धारित समयसीमा में गुणवत्ता के साथ कार्य पूरा करने और गोवंश की समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जानिए डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी ख़बर
Post Published By: Rohit Goyal
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Maharajganj DM का सख्त रुख: तीन महीने में पूरा हो जल जीवन मिशन प्रोजेक्ट, दिए कड़े निर्देश

Maharajganj: महराजगंज जिले के विकास कार्यों की गति और गुणवत्ता को परखने के लिए जिलाधिकारी संतोष कुमार शर्मा सोमवार को ग्राम पंचायत चेहरी पहुंचे। यहां उन्होंने जल जीवन मिशन के तहत निर्माणाधीन परियोजना का निरीक्षण किया। सबसे पहले उन्होंने पंप हाउस और ओवरहेड टैंक (ओएचटी) के निर्माण कार्य का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसी भी स्थिति में यह कार्य तीन माह के भीतर पूरा होना चाहिए। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि परियोजना से जुड़े हर घर को समय पर जल संयोजन उपलब्ध कराया जाए।

डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार निरीक्षण के दौरान अधिशासी अभियंता जल निगम ने जानकारी दी कि इस परियोजना की लागत 904 लाख रुपये है। इसके तहत नलकूप, ओवरहेड टैंक, पंप हाउस, पंपिंग प्लांट और सोलर सिस्टम का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस परियोजना से ग्राम चेहरी और बैजनाथपुर के कुल 12,128 लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध होगा। अधिशासी अभियंता ने यह भी बताया कि ओएचटी की क्षमता 3 लाख 75 हजार लीटर होगी।

जिलाधिकारी ने हाइवे के दूसरी ओर की बस्ती को परियोजना से जोड़ने की व्यवस्था की भी जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि एचडीडी तकनीक से हाइवे पार की बस्ती को जोड़ा जाएगा। इस पर जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि कार्य की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए और सड़क को किसी भी प्रकार की क्षति न पहुंचे।

इसके बाद जिलाधिकारी ने अस्थाई गोआश्रय स्थल चेहरी का निरीक्षण किया। यहां उन्होंने गोवंश शेड, वर्मी कंपोस्ट शेड और पशु आहार भंडारण कक्ष का बारीकी से निरीक्षण किया। सीवीओ ने जानकारी दी कि आश्रय स्थल में फिलहाल 56 गोवंश संरक्षित हैं और सभी की ईयर टैगिंग की जा चुकी है। जिलाधिकारी ने वर्मी कंपोस्ट निर्माण में अव्यवस्था पाए जाने पर असंतोष जताया और इसे वैज्ञानिक तरीके से व्यवस्थित करने का निर्देश दिया। उन्होंने पशु आहार की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए और निर्देशित किया कि इसका संपूर्ण विवरण पंजिका में दर्ज किया जाए।

साथ ही जिलाधिकारी ने बीडीओ सदर को आदेश दिया कि गोआश्रय स्थल में लगे सीसीटीवी कैमरों की एक्सेस विकास जनपद स्तर पर उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप गोवंश की देखभाल में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी बी.एन. कन्नौजिया, एसडीएम सदर जितेंद्र कुमार, अधिशासी अभियंता जल निगम आतिफ हुसैन सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।

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