जादू या विज्ञान? बाराबंकी के स्कूल में बच्चों ने देखा चमत्कार! जानिए क्या ये हैरान कर देने वाला मामला

बाराबंकी के शिवराम सिंह इंटर कॉलेज में जब मंच पर ओ.पी. शर्मा जूनियर ने जादू की छड़ी घुमाई, तो विज्ञान भी रोमांच बन गया। छात्र-छात्राएं, शिक्षक और अभिभावक – सब हो गए हैरान! लेकिन क्या ये सच में जादू था या विज्ञान की ताकत? जवाब आपको चौंका देगा!

Barabanki: बाराबंकी के पल्हरी स्थित शिवराम सिंह इंटर कॉलेज में कुछ ऐसा हुआ, जिसे देखकर न केवल बच्चे, बल्कि बड़े भी अपनी आँखों पर यकीन नहीं कर पाए। मंच पर मौजूद थे भारत के प्रसिद्ध साइंस जादूगर ओ.पी. शर्मा जूनियर, और सामने थे छात्र, शिक्षक और अभिभावक – सब उत्सुक, कुछ जानने को, कुछ समझने को और कुछ बस… चमत्कृत होने को!

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक,  कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत नृत्य और पुष्प गुच्छ देकर की गई, जहाँ मुख्य अतिथि एड. पूनम सिंह यादव थीं। स्कूल के सीनियर प्रधानाचार्य एड. अंशुमान सिंह यादव ने कार्यक्रम का उद्देश्य स्पष्ट करते हुए कहा कि बच्चों में विज्ञान के प्रति जिज्ञासा जगाना, हमारी प्राथमिकता है।

जैसे ही ओ.पी. शर्मा जूनियर ने मंच संभाला, एक के बाद एक साइंस मैजिक ट्रिक्स ने सबको 'अवाक' कर दिया। कब एक बोतल का पानी रंग बदल गया, कब गेंद हवा में स्थिर हो गई, कब एक कागज़ से निकला धुआँ — हर ट्रिक के पीछे छुपा था विज्ञान, जिसे जादू के अंदाज़ में पेश किया गया।

छात्रों को यह एहसास हुआ कि "हर चमत्कार के पीछे तर्क होता है", और यही शिक्षा की असली जीत है। कार्यक्रम सिर्फ मनोरंजन नहीं था, यह एक सिखाने वाला अनुभव था, जिसने छात्रों में STEM शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ाई।

कार्यक्रम में विद्यालय की शैक्षिक उपलब्धियों को भी उजागर किया गया।

  • सौम्या वर्मा ने उत्तर प्रदेश की मेरिट सूची में 9वां स्थान प्राप्त किया।
  • अनुराग यादव (छात्रावास निवासी, सुल्तानपुर) ने 8वां स्थान हासिल कर विद्यालय का नाम रोशन किया।
  • विद्यालय के छात्रों ने इस वर्ष ₹1.08 करोड़ की छात्रवृत्ति प्राप्त की, जिससे उच्च शिक्षा का मार्ग खुला।

प्रधानाचार्य ने कहा कि विद्यालय गरीब-अमीर सभी वर्गों के बच्चों को समान शिक्षा प्रदान कर संस्थापक डॉ. शिवराम सिंह के सपनों को साकार कर रहा है। फीस में छूट, सुव्यवस्थित बोर्डिंग, और गुणवत्तापूर्ण शिक्षण ही इस संस्था की पहचान है।

मुख्य अतिथि पूनम सिंह यादव ने अपने प्रेरणादायक भाषण में कहा, “शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है, जिससे दुनिया को बदला जा सकता है।” उन्होंने बच्चों को सवाल पूछने की आदत डालने की सलाह दी, क्योंकि सवाल ही उत्तर का पहला कदम होता है।

इस अवसर पर कई शिक्षकों, स्टाफ और छात्रों की मौजूदगी ने इस आयोजन को जीवंत और ऐतिहासिक बना दिया। यह सिर्फ एक शो नहीं था, यह एक अनुभव था जो याद रह जाएगा।

Location : 
  • Barabanki

Published : 
  • 27 July 2025, 3:11 PM IST

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