लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एसटीएफ की टीम के हाथ कामयाबी लगी है। एसटीएफ की टीम ने कार्रवाई करते हुए नीट-यूजी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ फोड़ किया है। एसटीएफ की नोएडा इकाई ने 3 मई 2025 को सूचना मिलने के बाद 4 मई को तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। यह गिरोह परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा में पास कराने के नाम पर मोटी रकम ठगता था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, गिरफ्तार आरोपियों में विक्रम कुमार साह, धर्मपाल सिंह और अनिकेत कुमार शामिल हैं, जो दिल्ली के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं। ये आरोपी "एडमिशन व्यू" और "श्रेयनवी एडु ओपीसी प्राइवेट लिमिटेड" नाम की कंपनियां बनाकर अभ्यर्थियों से ठगी करते थे। ये लोग नीट-यूजी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों से 5 लाख रुपये तक की रकम मांगते थे और उन्हें भरोसा दिलाते थे कि वे ओएमआर शीट में सही उत्तर भर देंगे।
परीक्षा में पास कराने के नाम पर ठगी
एसटीएफ को मिली जानकारी के अनुसार आरोपी अभ्यर्थियों को फोन करके उनसे पैसे मांगते थे और परीक्षा में पास कराने के नाम पर ठगी करते थे। जब इनके ठगी का मामला प्रकाश में आया तो इन आरोपियों ने नई कंपनी बना ली और पुराने तरीके से ठगी का काम जारी रखा। गिरफ्तारी के दौरान आरोपियों के पास से आधार कार्ड, पैन कार्ड, क्रेडिट कार्ड, वोटर कार्ड, पासपोर्ट और चेकबुक जैसे कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए हैं।
फॉर्च्यूनर कार भी जब्त की गई
इसके अलावा एक एप्पल मैकबुक और एक फॉर्च्यूनर कार भी जब्त की गई है। एसटीएफ ने इन आरोपियों के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर के फेज-1 थाने में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। एसटीएफ की टीम ने इस गिरोह को पकड़ने के लिए खुफिया जानकारी जुटाई और समय रहते कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपियों के खिलाफ आगे की कार्यवाही जारी
अब इन आरोपियों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्यवाही चल रही है और पुलिस इनकी पूरी साजिश की जांच कर रही है। एसटीएफ ने चेतावनी दी है कि परीक्षा में किसी भी तरह की धांधली या अनियमितता बर्दाश्त नहीं की जाएगी और ऐसे गिरोह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।