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लखीमपुर खीरी के ढखेरवा-गजियापुर स्टेट हाईवे पर ओमनी गाड़ी और बाइक के बीच हुई भिड़ंत में 30 वर्षीय माता प्रसाद की मौत हो गई। ओमनी गाड़ी में सवार यात्री भी घायल हुए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
लखीमपुर खीरी में सड़क हादसे में एक की मौत (Img- Internet)
Lakhimpur Kheri: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां ढखेरवा-गजियापुर स्टेट हाईवे पर बीती रात एक भीषण सड़क हादसा हुआ। यह हादसा औघड़ बाबा मंदिर और बोझिया पेट्रोल पंप के बीच हुआ, जब ओमनी गाड़ी और बाइक की आमने-सामने टक्कर हो गई। हादसे में बाइक चला रहे 30 वर्षीय माता प्रसाद की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक व्यक्ति की हुई पहचान
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि माता प्रसाद, जो चौधरी पुरवा मजरा मझरा पूरब के निवासी थे, दो साल पहले ही शादी के बंधन में बंधे थे और उनकी एक छोटी सी बेटी भी है। उनके परिवार के लिए यह हादसा एक बड़ा आघात बनकर सामने आया है।
मौके पर पहुंची पुलिस
हादसे की जानकारी मिलते ही पढ़ुआ थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रमिया बेहड़ भेजा। जहां डॉक्टरों ने माता प्रसाद को मृत घोषित कर दिया। ओमनी गाड़ी में सवार कुछ यात्रियों को भी चोटें आईं हैं, जिनका इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है।
मृतक व्यक्ति की तस्वीर (Img- Internet)
स्थानीय पुलिस का बयान
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटना की जांच शुरू कर दी है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि दुर्घटना के कारण क्या थे। स्थानीय पुलिस ने बताया कि हादसे के कारणों का अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि दोनों वाहनों की रफ्तार तेज थी, जिससे यह दुर्घटना घटी। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुँचकर सबूत जुटाए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है। दुर्घटना के बाद सड़क पर भीषण जाम लग गया था, जिसे पुलिस ने जल्द ही हटवाया।
अभी तक यह साफ नहीं हो सका है कि ओमनी गाड़ी की दिशा और बाइक की दिशा के बीच किसी तरह की लापरवाही थी या फिर तेज रफ्तार के कारण यह दुर्घटना घटी। ओमनी गाड़ी के ड्राइवर और बाइक सवार दोनों ही घटना के बाद मौके से फरार नहीं हुए थे, लेकिन पुलिस को उनके बयान लेने के बाद ही सही कारणों का पता चल सकेगा।
मृतक के घर में छाया मातम
माता प्रसाद की मौत ने उनके परिवार को झकझोर कर रख दिया है। उनके परिवार के लोग और रिश्तेदार दुखी हैं, क्योंकि एक छोटे से परिवार का यह सदस्य उनके जीवन का अहम हिस्सा था। इस हादसे के कारण उनके घर में जो खालीपन आ गया है, वह कभी भी भर नहीं सकेगा।