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पेंशन बहाली की मांग को लेकर देशभर में सक्रिय शिक्षक संगठनों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय संगठन के तीन शिक्षकों पर FIR दर्ज किए जाने की कार्रवाई के विरोध में मंगलवार रात अटेवा झींझक इकाई के शिक्षक बीआरसी परिसर में एकत्र हुए और कड़ा विरोध दर्ज कराया।
शिक्षको का प्रदर्शन
Kanpur Dehat: पुरानी पेंशन बहाली की मांग को लेकर देशभर में सक्रिय शिक्षक संगठनों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। दिल्ली के जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय संगठन के तीन शिक्षकों पर FIR दर्ज किए जाने की कार्रवाई के विरोध में मंगलवार रात अटेवा झींझक इकाई के शिक्षक बीआरसी परिसर में एकत्र हुए और कड़ा विरोध दर्ज कराया।
ज्ञात हो कि बेसिक शिक्षा परिषद से जुड़े लाखों शिक्षक वर्षों से पुरानी पेंशन प्रणाली की बहाली को लेकर आंदोलनरत हैं। इसी क्रम में 25 नवंबर 2025 को देशभर के शिक्षक और कर्मचारी दिल्ली के जंतर मंतर पर शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए थे। प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने सरकार से पुरानी पेंशन लागू करने, TET की अनिवार्यता समाप्त करने तथा सेवा शर्तों में सुधार की मांग की थी।
शिक्षक संगठनों का आरोप है कि प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण और अनुशासित था, इसके बावजूद प्रशासन ने पुरानी पेंशन बहाली आंदोलन से जुड़े तीन कर्मचारियों पर मानसिक प्रताड़ना सहित जबरन FIR दर्ज कर दी। संगठन ने इस कार्रवाई को अनावश्यक, अनुचित और लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन करार दिया है।
FIR की प्रतियां जलाते अटेवा संगठन के शिक्षक
इसी के विरोध में 02 दिसंबर 2025 को देशभर के शिक्षक कर्मचारियों ने प्रतीकात्मक रूप से FIR की प्रतियां जलाकर प्रदर्शन किया और सरकार से दर्ज मामलों को तत्काल वापस लेने की मांग की। अटेवा झींझक इकाई के शिक्षकों ने भी बीआरसी परिसर में एकत्र होकर सरकार के इस कदम के खिलाफ एकजुटता दिखाई।
विरोध में शामिल शिक्षकों में महाराज सिंह, आत्मप्रकाश मिश्रा, प्रमोद पाल, आशुतोष, अखिलेश कुमार, कुमार अंशुल जौहरी, गणेश दत्त द्विवेदी, सुमति कुमार, निखिल सिंह, विपिन कुमार, राजन कुमार सहित कई शिक्षक कर्मचारी मौजूद रहे। सभी ने एकस्वर में कहा कि शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आंदोलन पर FIR दर्ज करना निंदनीय है और सरकार को तुरंत कार्रवाई वापस लेनी चाहिए।
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