गाजियाबाद में हो रहा हिन्दुओं का धर्म परिवर्तन, सिर्फ इतने पैसों के लिए बदल रहे हैं भगवान

गाजियाबाद में सिर्फ कुछ पैसों के लिए लोग अपने ईश्वर को बदल रहे हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: Mayank Tawer
Updated : 16 June 2025, 1:54 PM IST
google-preferred

गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक क्षेत्र स्थित राहुल विहार कॉलोनी में धर्मांतरण की गतिविधि सामने आने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। आरोप है कि एक मकान में प्रार्थना सभा की आड़ में बड़ी संख्या में अनुसूचित जाति के लोगों को बुलाकर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए प्रेरित किया जा रहा था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच की और केरल निवासी एक पादरी सहित मकान मालिक को गिरफ्तार कर लिया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच बहस और खींचातानी देखी जा सकती है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को मिली जानकारी के अनुसार मामला तब सामने आया, जब राहुल विहार के ही निवासी प्रबल गुप्ता ने थाना क्रॉसिंग रिपब्लिक में एक लिखित शिकायत दी। शिकायत में उन्होंने बताया कि मोहल्ले के निवासी प्रेमचंद जाटव के घर में बीते कुछ समय से हर रविवार को बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होते हैं और वहां कथित रूप से ईसाई धर्म से जुड़ी गतिविधियां होती हैं। उनका आरोप है कि वहां प्रार्थना के बहाने लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए मानसिक रूप से प्रभावित किया जा रहा था।

कैसे हुआ खुलासा?

पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए तुरंत कार्रवाई की। जब पुलिस प्रेमचंद के घर पहुंची तो वहां केरल से आए पादरी विनोद और दर्जनों लोग प्रार्थना में जुटे हुए थे। पूछताछ में पता चला कि प्रेमचंद पहले से ही ईसाई धर्म अपना चुका है और उसके घर में हर रविवार को पादरी विनोद द्वारा प्रार्थना कराई जाती थी।

अनुसूचित जाति के लोगों को दिए जा रहे थे प्रलोभन

घटनास्थल पर मौजूद पुलिस टीम ने बताया कि सभा में जुटे अधिकतर लोग अनुसूचित जाति से संबंधित थे। प्रारंभिक जांच में यह भी सामने आया है कि धर्मांतरण के लिए लोगों को कथित रूप से नौकरी, शिक्षा और आर्थिक मदद जैसे प्रलोभन दिए जा रहे थे। पादरी विनोद गाजियाबाद के साहिबाबाद थाना क्षेत्र में रह रहा था, जबकि मूल रूप से वह केरल का निवासी है।

एसीपी वेव सिटी का बयान

घटना के संबंध में एसीपी वेव सिटी प्रिया श्री पाल ने जानकारी देते हुए बताया कि "शिकायत मिलने के बाद पुलिस टीम ने राहुल विहार स्थित प्रेमचंद के घर पर दबिश दी थी। वहां एक प्रार्थना सभा चल रही थी, जिसमें केरल निवासी पादरी विनोद भी शामिल था। पूछताछ और शुरुआती साक्ष्यों के आधार पर मकान मालिक प्रेमचंद जाटव और पादरी विनोद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई और फिर गिरफ्तार कर लिया गया।

दूसरा पक्ष बता रहा नियमित प्रार्थना सभा

हालांकि इस प्रकरण में प्रेमचंद के परिजन और कुछ स्थानीय लोग इसे एक नियमित प्रार्थना सभा बता रहे हैं। उनका कहना है कि प्रेमचंद ने वर्षों पहले ही स्वेच्छा से ईसाई धर्म स्वीकार कर लिया था और हर रविवार को उनके घर पर प्रार्थना कराई जाती है, जो किसी भी प्रकार के अवैध या जबरन धर्मांतरण से संबंधित नहीं है।

मुकदमा दर्ज के बाद जांच जारी

फिलहाल पुलिस ने तहरीर के आधार पर भारतीय दंड संहिता की सुसंगत धाराओं और उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं की भी जांच कर रही है, जिसमें यह पता लगाया जा रहा है कि क्या यह किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा मामला है या स्थानीय स्तर पर सीमित था।

Location : 

Published :