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गोरखपुर में हृदयविदारक हादसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से डीजे ऑपरेटर की दर्दनाक मौत

गोरखपुर में हृदयविदारक हादसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से डीजे ऑपरेटर की दर्दनाक मौत,पढिए पूरी खबर
Post Published By: Poonam Rajput
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गोरखपुर में हृदयविदारक हादसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से डीजे ऑपरेटर की दर्दनाक मौत

Gorakhpur: गोरखपुर के गगहा थाना क्षेत्र के जमीन भीटी गांव में मंगलवार सुबह एक दुखद हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। डीजे गाड़ी के केबिन पर बैठा एक युवा ऑपरेटर हाईटेंशन तार की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना न केवल एक परिवार के लिए त्रासदी बन गई, बल्कि प्रशासन और बिजली विभाग की लापरवाही पर भी गंभीर सवाल खड़े कर रही है। मृतक की पहचान भीम गौड़, पुत्र मोहन गौड़, निवासी पथरहट, थाना गौरीबाजार, जनपद देवरिया के रूप में हुई है।

डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट के अनुसार, 23 जुलाई को भीम अपने साथी अजय (पुत्र परमात्मा चौहान) के साथ हाटा बाजार में डीजे बजाने गया था। कार्यक्रम खत्म होने के बाद, गाड़ी पर सामान की देखभाल करते हुए वह केबिन पर बैठा था। तभी जमीन भीटी गांव के पास लटक रहे हाईटेंशन तार के संपर्क में आने से वह बुरी तरह झुलस गया।

अस्पताल ले जाते समय तोड़ा दम साथियों ने तुरंत उसे हाटा बाजार के पं. देवी प्रसाद चैरिटेबल हॉस्पिटल पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर किया। लेकिन, नियति को कुछ और ही मंजूर था। अस्पताल पहुंचने से पहले ही रास्ते में भीम ने दम तोड़ दिया। इस हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ा दी।

पुलिस की कार्रवाई और पिता का गुस्सा घटना की सूचना मिलते ही गगहा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक के पिता मोहन गौड़ ने गगहा थाने में प्रार्थनापत्र देकर लापरवाही का आरोप लगाया और कड़ी कार्रवाई की मांग की। गगहा थानाध्यक्ष सुशील कुमार ने बताया, “डीजे ऑपरेटर गाड़ी के केबिन में बैठा था, तभी तार की चपेट में आ गया। पोस्टमार्टम के बाद अग्रिम विधिक कार्रवाई की जा रही है।”

पहले भी दी गई थी चेतावनी !

थानाध्यक्ष ने खुलासा किया कि सावन माह की शुरुआत में डीजे संचालकों के साथ बैठक कर सुरक्षा मानकों का पालन करने के सख्त निर्देश दिए गए थे। करीब 10 डीजे मालिकों ने इस बैठक में हिस्सा लिया था। बावजूद इसके, नियमों की अनदेखी ने इस जानलेवा हादसे को जन्म दिया।

प्रशासन और बिजली विभाग पर उठे सवाल हादसे के बाद स्थानीय लोग और परिजन बिजली विभाग की लापरवाही पर उंगली उठा रहे हैं। उनका कहना है कि अगर हाईटेंशन तारों की ऊंचाई और ढीलापन समय पर ठीक किया गया होता, तो यह हादसा टाला जा सकता था। ग्रामीणों का गुस्सा प्रशासन की उदासीनता पर भी फूट रहा है, जो सुरक्षा मानकों को लागू करने में नाकाम रहा।

सुरक्षा को लेकर जागरूकता की जरूरत यह दर्दनाक घटना एक बार फिर सड़कों पर लटकते हाईटेंशन तारों और डीजे संचालन के दौरान बरती जाने वाली लापरवाही की ओर इशारा करती है। अब सवाल यह है कि क्या प्रशासन इस त्रासदी से सबक लेगा? क्या दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी? और सबसे अहम, क्या भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे?

सावधानी बरतें, जिंदगी बचाएं यह हादसा हम सभी के लिए एक चेतावनी है। डीजे संचालकों और आम लोगों से अपील है कि हाईटेंशन तारों के आसपास विशेष सावधानी बरतें और प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करें। आइए, मिलकर ऐसी त्रासदियों को रोकने का संकल्प लें।

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