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Gorakhpur News: उभरता फुटबॉलर…परिवार का इकलौता सहारा, अचानक क्यों अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया आदर्श?

गुलरिया थाना क्षेत्र के नजदीक एक युवा फुटबॉलर ने किराए के कमरे में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस दर्दनाक घटना ने परिवार और समुदाय को गहरे शोक में डुबो दिया। इस घटना ने युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल भी खड़े किए हैं।
Post Published By: Nidhi Kushwaha
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Gorakhpur News: उभरता फुटबॉलर…परिवार का इकलौता सहारा, अचानक क्यों अपने पीछे कई सवाल छोड़ गया आदर्श?

Gorakhpur: गुलरिया थाना क्षेत्र के शिवपुर शाहबाजगंज में संगम चौराहे के निकट सोमवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया। 22 वर्षीय होनहार फुटबॉलर आदर्श सिंह, जो अपने माता-पिता सीताराम सिंह का इकलौता बेटा था, उसने किराए के कमरे में फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। इस दर्दनाक घटना ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे समुदाय को गहरे सदमे में डुबो दिया है।

कैसे हुआ घटना का खुलासा?

पुलिस के अनुसार, आदर्श का कमरा अंदर से बंद था। देर रात तक कोई हलचल न होने पर पड़ोसियों को शक हुआ, जिसके बाद स्थानीय लोगों ने दरवाजा तोड़ा तो आदर्श का शव पंखे से लटकता मिला। सूचना पर तत्काल पहुंची गुलरिया थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि हुई है, लेकिन इसका कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है।

मृतक के परिवार का बुरा हाल

वहीं आदर्श की मौत की खबर सुनते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां बार-बार बेहोश हो रही हैं और पिता गहरे शोक में डूबे हैं। मृतक के चाचा ने बताया, “रात में आदर्श ने कुछ रुपये मांगे थे, जो मैंने गूगल पे से भेज दिए। वह हमेशा शांत और मेहनती रहा। न तो उसका किसी से झगड़ा था, न ही कोई तनाव की बात सामने आई। यह समझ से परे है कि उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।”

होनहार खिलाड़ी था आदर्श

स्थानीय लोगों के अनुसार, आदर्श एक उभरता हुआ फुटबॉलर था, जिसने हाल ही में एक स्थानीय प्रतियोगिता में अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। वह अपनी मेहनत और लगन से गांव के युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बन रहा था। उसकी इस असमय मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।

मानसिक तनाव पर उठे सवाल

इस घटना ने एक बार फिर युवाओं में बढ़ते मानसिक तनाव और संवाद की कमी को सामने ला दिया है। स्थानीय समाजसेवियों और नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले की गहन जांच की जाए, ताकि आत्महत्या के पीछे की असली वजह सामने आ सके। लोगों का कहना है कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता और काउंसलिंग की सख्त जरूरत है।

समुदाय में शोक की लहर

आदर्श की मौत ने न केवल उनके परिवार, बल्कि पूरे शिवपुर शाहबाजगंज क्षेत्र में शोक की लहर फैला दी है। गांव के लोग और आदर्श के दोस्त इस सदमे से उबरने की कोशिश कर रहे हैं। कई लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर क्या वजह थी कि एक होनहार युवा ने इतना बड़ा कदम उठा लिया? स्थानीय निवासियों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि इस मामले की तह तक जाया जाए। साथ ही, युवाओं के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता अभियान चलाने और काउंसलिंग सेंटर स्थापित करने की मांग उठ रही है, ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।

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