

उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के ददरपुर गांव में यदुवंशी कथा वाचक के साथ कथित रूप से की गई अभद्रता के बाद तनाव का माहौल बन गया।
इटावा हिंसा
गिरफ्तारी के बाद गांव में परिजनों और पुलिस के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने निर्दोष युवकों को जबरन पकड़ लिया है। हालांकि पुलिस का कहना है कि वीडियो फुटेज और चिह्नित उपद्रवियों के आधार पर ही कार्रवाई की गई है।
इस घटना पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि भगवत कथा कहने का अधिकार सभी को है, चाहे वह किसी भी जाति या समुदाय से हो। उन्होंने कहा, "सनातन धर्म में कोई ऊंच-नीच नहीं होती। जो लोग इस पर राजनीति कर रहे हैं, वे समाज को बांटने का काम कर रहे हैं।"शास्त्री ने इटावा की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि "जात-पात की विदाई होनी चाहिए, हम सब हिंदू भाई-भाई हैं।" उन्होंने समाज से सद्भाव और समानता बनाए रखने की अपील की।